स्वच्छता से इंसेफेलाइटिस पर किया जा सकता है नियंत्रण : योगी

स्वच्छता से इंसेफेलाइटिस पर किया जा सकता है नियंत्रण : योगी

देवरिया/वार्तार्उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में दशकों से मासूमों के काल के रूप में उभरी इंसेफेलाइटिस बीमारी पर बहुत हद तक स्वच्छता से नियंत्रण पाया जा सकता है। योगी ने मंगलवार को यहां जिला मुख्यालय से करीब बीस किलोमीटर दूर गौरीबाजार के लबकनी गांव में स्कूल चलो अभियान तथा विशेष संचारी रोग इंसेफेलाइटिस एवं एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) पर कहा कि जहां के बच्चे शिक्षित और स्वस्थ होंगे वह समाज और राष्ट्र आगे ब़ढता है। हमारी सरकार बच्चों को स्कूल भेजने के लिये कृतसंकल्पित है और प्राइमरी स्कूल के बच्चों को प़ढाने के लिये स्कूल चलो अभियान चला रही है। राज्य सरकार बच्चों को स्कूल बैग, कापी किताब तथा ड्रेस दे रही है।उन्होंने कहा कि कोई समाज तभी स्वाबलम्बी बन सकता है जब वहां के बच्चे शिक्षित तथा स्वस्थ हों्। उन्होंने कहा कि मार्च २०१७ में सत्ता में आने पर उनकी सरकार ने अभी तक एक करो़ड ५४ लाख बच्चों को ड्रेस,कापी किताब आदि देने का काम किया हैं। सरकार बच्चों की शिक्षा और उनके स्वास्थ्य को लेकर गंभीर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में इंसेफेलाइटिस का प्रकोप ब़ढ रहा है। इस बीमारी की ज़ड में गंदगी है। स्वच्छता अपना कर इस बीमारी पर नियंत्रण किया जा सकता है। इंसेलाइटिस बीमारी की तीन वजहों में मच्छर,गंदगी और अशुद्ध पेयजल माना जाता है।उन्होंने कहा कि प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने २०१४ में देश में स्वच्छता अभियान का गणेश किया था । इस अभियान को सफल बनाने के लिए सभी जोर शोर से लगेगें तभी एक स्वस्थ और सुन्दर भारत बनेगा। योगी ने देवरिया में मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा करते हुये कहा कि इसका प्रस्ताव भारत सरकार को भेज दिया गया है। उन्होंने मेडिकल कालेज बनाने के लिए जिला अस्पताल की खाली प़डी भूमि के अलावा प्रशासन को और भूमि देखकर प्रस्ताव के माध्यम से जानकारी देने का निर्देश दिया है।उन्होंने कहा कि हमारी सरकार किसानों के हितो तथा उनकी सुविधाओं का ख्याल करते हुये कार्य कर रही है। अब गेहूं का समर्थन मूल्य ११० रूपये ब़ढाकर १७४५ कर दिया गया है तथा किसानों का गेहूं मूल्य उनके खातों में ७२ घंटों में चला जायेगा। इस साल प्रदेश में ५५०० गेंहूं क्रय केन्द्र खोले जा रहे हैं।

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