कश्मीर: त्योहार के दिन भी बाज़ नहीं आए पत्थरबाज, आईएस के झंडे लहराए, पुलिसकर्मी की हत्या

कश्मीर: त्योहार के दिन भी बाज़ नहीं आए पत्थरबाज, आईएस के झंडे लहराए, पुलिसकर्मी की हत्या

stone pelters in kashmir

श्रीनगर। बकरीद पर बुधवार को जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में पत्थरबाजी की घटनाएं हुईं। अलगाववादियों ने भारतविरोधी नारे लगाए और पाकिस्तान व आईएसआईएस के झंडे लहराए। त्योहार के दिन भी पत्थरबाज अपनी हरकतों से बाज़ नहीं आए। पत्थरबाजों और उपद्रवियों ने कई जगह उत्पात मचाया। उनकी भीड़ ने पुलिस व सेना की गाड़ियों पर पत्थर फेंके।

इस बीच एक पुलिसकर्मी की हत्या कर दी गई। कई पत्थरबाज हाथों में आतंकी संगठन आईएस के झंडे लिए खड़े थे। उन्होंने पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे भी लगाए। इससे आसपास के इलाकों में तनाव पसर गया। कुलगाम में ईदगाह के बाहर एक आतंकी को ढेर कर दिया है। पत्थरबाजों ने अनंतनाग में उत्पात मचाया, जहां पाकिस्तान के झंडे लहराकर भारतविरोधी नारे लगाए गए।

स्थिति पर काबू पाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। कुछ पत्थरबाजों को चोट आने की खबरें भी हैं। वहीं पुलवामा में मंगलवार-बुधवार रात 2 बजे आतंकियों ने भाजपा कार्यकर्ता शब्बीर अहमद की गोली मारकर हत्या कर दी। आतंकी देर रात को उनके घर में घुसे और उन पर हमला किया। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने इस घटना की निंदा की है।

आतंकियों ने हासनपोरा में सीआरपीएफ कैंप पर भी हमला किया। ये आतंकी बाइक पर सवार थे। उन पर जवानों ने जवाबी फायरिंग की। उसके बाद आतंकी भाग गए। जवानों को कोई नुकसान नहीं हुआ है। इस बीच शोपियां से खबर आई कि कुंदलन गांव में पूर्व सैनिक शकूर अहमद को अगवा किया गया है। सुरक्षाबल उनकी तलाश कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर ये खबरें आने के बाद देशभर में लोगों ने गुस्सा जताया है। लोगों का कहना है कि जो पत्थरबाज त्योहार पर भी उपद्रव फैलाने से बाज़ नहीं आए, उनमें सुधार की आशा व्यर्थ है। ऐसे लोगों को कठोर दंड मिलना चाहिए।

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