महाराजगंज। उत्तर प्रदेश के महाराजगंज के एक मदरसे का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसे देख लोगों में काफी गुस्सा है। वीडियो में देखा गया कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मदरसे में तिरंगा झंडा फहराया गया, लेकिन जब राष्ट्रगान की बारी आई तो एक मौलवी इससे रोकने लगा। उसने कहा कि यहां राष्ट्रगान नहीं गाया जाएगा। मौलवी को यह कहता देख यूजर्स ने योगी सरकार से मांग की है कि उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने इसे तिरंगे का अपमान कहा है।
यह मौलवी मदरसे के शिक्षकों के अलावा बच्चों को भी राष्ट्रगान गाने से रोक रहा है। जानकारी के अनुसार, यह वीडियो उत्तर प्रदेश के कोल्हुई थाना क्षेत्र का है। 15 अगस्त को मदरसे में जब शिक्षक और बच्चे ध्वजारोहण के बाद राष्ट्रगान गाने लगे तो मौलवी ने इस पर ऐतराज जताया। उसने कहा कि यह यहां नहीं गाया जाएगा।
इसके विपरीत शिक्षक यह कहते रहे कि स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रगान जरूर गाया जाए, लेकिन मौलवी अपनी जिद पर अड़ा रहा। यही नहीं, उसने इस्लाम की दुहाई दी। उसने बच्चों को मना किया कि कोई राष्ट्रगान नहीं गाएगा। कहा जा रहा है कि इस घटना से कार्यक्रम स्थल पर मौजूद शिक्षक नाराज थे, लेकिन वे मौलवी का विरोध नहीं कर पाए।
वीडियो में एक अध्यापक को विरोध करते देखा गया। उसने राष्ट्रगान रोकने का विरोध किया और बार-बार यह कहता रहा है कि इसे रोकना गलत है, लेकिन मौलवी ने उसकी बात नहीं मानी। मौलवी ने उस शिक्षक से कहा कि ‘सारे जहां से अच्छा ..’ गा सकते हो। मौलवी राष्ट्रगान रोकने के लिए कुतर्क देता है। इस घटना का वीडियो किसी ने सोशल मीडिया पर डाल दिया, जिसके बाद यह तेजी से वायरल हो गया।
यूजर्स ने कहा है कि ऐसे लोगों को देखकर हम शर्मिंदा हैं। क्या हमारे शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों ने इसीलिए कुर्बानियां दीं कि हम राष्ट्रगान का ही विरोध करें? उन्होंने मांग की है कि मौलवी हो या कोई और, अगर कोई शख्स देश में रहकर उसके महान प्रतीकों का सम्मान नहीं कर सकता तो उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
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