रामदेवरा (जैसलमेर)। जन-जन के आराध्यदेव और सामाजिक समरसता के प्रतीक बाबा रामदेव का 634वां भादवा मेला मंगलवार को प्रभात वेला में विधिवत रूप से शुरू हुआ। इस अवसर पर गादीपति राव भोमसिंह तंवर ने बाबा रामदेव की समाधि पर अभिषेक किया और मखमली चादर चढ़ाई। इसके बाद मंगला आरती के साथ मेला शुरू हो गया।
अलसुबह तीन बजे मन्दिर परिसर से करीब डेढ़ किलोमीटर तक श्रद्धालुओं की लम्बी कतारें लग गई थीं और हजारों यात्रियों ने अपने आराध्यदेव बाबा रामदेव की समाधि के दर्शनों की आस में रात्रि विश्राम भी कतारों में ही किया। इस दौरान तीन बजे मुख्य द्वार के खुलते ही सभी श्रद्धालुओं ने अन्दर प्रवेश किया। सम्पूर्ण समाधि परिसर में जयकारों से गूंज उठा।
इसके बाद राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, पंजाब, दिल्ली, हरियाणा सहित देशभर से आए श्रद्धालुओं ने कतारबद्ध होकर बाबा रामदेव की समाधि के दर्शन किए और पूजा—अर्चना कर देश में अमन, चैन और खुशहाली की कामना की। कस्बे में जोधपुर, बीकानेर और जैसलमेर की तरफ से आने वाले मुख्य रास्तों सहित अन्य छोटे मोटे रास्तों पर हजारों की संख्या में पैदल श्रद्धालु आ रहे है। जिससे आज दूज के अवसर पर पूरे दिन श्रद्धालुओं की भारी चहल पहल रहेगी।
पैदल के साथ साथ दण्डवत, मोटरसाइकिलों, बसों और रेलों के माध्यम से भी हजारों श्रद्धालु रामदेवरा पंहुच रहे है। पुलिस प्रशासन द्वारा मेला मैदान में सुरक्षा के आवश्यक प्रबन्ध किए गए हैं। पुलिस द्वारा मन्दिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश, कतारों और निकासी में बेहतर व्यवस्था की गई है। पूरे मेला मैदान में 200 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और करीब 2,500 की संख्या में पुलिसकर्मी, आरएसी और होमगार्ड तैनात किए गए हैं।
वहीं पुलिस प्रशासन द्वारा नियन्त्रण कक्ष में सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से नजर रखी जा रही है। इनके अलावा समाधि परिसर में निजी सुरक्षाकर्मी भी तैनात किए गए हैं तथा सादी वर्दी में अलग -अलग स्थानों पर पुलिसकर्मी संदिग्ध लोगों पर नजर रख रहे हैं।
शहर में बाबा रामदेव मेला के मद्देनजर मंगलवार को जिले में राजकीय अवकाश रहेगा। जिला कलेक्टर डॉ. रविकुमार सुरपुर की ओर से वर्ष 2018 के लिए घोषित किए गए दो स्थानीय अवकाश में से एक अवकाश 11 सितंबर को मसूरिया में लगने वाले मेले के मद्देनजर तय किया गया था।