पुणे। देश में स्वच्छता के लिए व्यापक अभियान चलाया जा रहा है, जिसके बाद गांव-शहरों में सफाई व्यवस्था पर खासा जोर दिया गया है। इसके बावजूद कई स्थानों पर हालात बहुत खराब हैं। कुछ लोग सफाई व्यवस्था का सम्मान नहीं करते और जहां मन किया, थूक देते हैं। कई सार्वजनिक स्थान तो आज भी पान-गुटखा की पीक से रंगे हुए हैं। इस स्थिति से निपटने के लिए पुणे नगर निगम ने सख्त कदम उठाया है। अब जो भी शख्स सार्वजनिक स्थान पर थूकता पाया जाएगा, उससे न केवल जुर्माना लिया जाएगा, बल्कि उसे थूक साफ भी करना होगा।
उम्मीद जताई जा रही है कि इससे हालात सुधरेंगे और लोग सार्वजनिक स्थानों को बदसूरत करने से बाज़ आएंगे। निगम के ठोस कचरा प्रबंधन विभाग के प्रमुख ज्ञानेश्वर मोलक ने बताया कि जो लोग सार्वजनिक स्थानों पर थूककर उन्हें बदसूरत करते हैं, उन पर जुर्माना लगाना ही पर्याप्त नहीं है। उन्होंने बताया कि यह कदम पिछले हफ्ते पांच वार्डों में लागू किया गया था। इसके अलावा निगम की ओर से स्वच्छता निरीक्षकों ने सड़कों पर थूकते हुए 156 लोगों को पकड़ा।
उन लोगों में प्रत्येक से 150 रुपए जुर्माना वसूला किया। साथ ही संबंधित स्थान की सफाई कराई गई। मोलक ने बताया कि इस फैसले से लोग सार्वजनिक स्थान पर थूकने से बचेंगे। लोगों में यह भावना होनी चाहिए कि शहर उनका घर है। उन्होंने बताया कि थूकने पर जुर्माने का प्रावधान पहले ही से था। अब फ्लाइंग स्क्वाड बनाए गए हैं जो विभिन्न स्थानों पर खड़े रहकर सफाई व्यवस्था का अवलोकन करते हैं। यदि कोई शख्स वहां थूकता है तो उससे जुर्माना वसूला जाता है और थूक भी साफ करवाया जाता है।
शहर के विभिन्न सामाजिक कार्यकर्ताओं और नागरिकों ने इस मुहिम को ठीक बताया है, जिससे सफाई को लेकर जागरूकता आएगी। हालांकि कुछ लोगों ने यह भी कहा है कि सार्वजनिक स्थानों पर इस पहल के संबंध में चेतावनी के संदेश लिखे जाने चाहिए। यहां कुछ मामले ऐसे भी आए जब लोगों ने थूकने के बाद सफाई करने और जुर्माने से इनकार किया। ऐसे में फ्लाइंग स्क्वाड की संख्या बढ़ाई गई है। अब संबंधित स्थान पर दो या उससे ज्यादा लोग तैनात होते हैं।