गुजरात में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन का खास असर नहीं: पुलिस

गुजरात में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन का खास असर नहीं: पुलिस

गुजरात पुलिस

अहमदाबाद/भाषा। संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के खिलाफ एक अल्पसंख्यक मानवाधिकार समूह ने बंद का आह्वान किया। इस बंद से रोजमर्रा के जीवन पर कोई खास असर नहीं पड़ा।

पुलिस उपायुक्त विजय पटेल ने बताया कि नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) के कम से कम 12 सदस्यों को एक कॉलेज के बाहर से हिरासत में लिया गया है। ये सभी नए नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे।

उन्होंने बताया कि शहर में ऑटोरिक्शा चल रहे हैं और व्यापक तौर पर देखा जाए तो बंद से जनजीवन पर असर नहीं पड़ा है। पुलिस ने बताया कि मुस्लिम बहुल इलाकों- जुहापुरा, जमालपुर, गोमतीपुर और तीन दरवाजा में सुबह बंद रहा।

‘अल्प-सहायक अधिकार मंच’ की ओर से बुलाए गए इस बंद का असर अन्य इलाकों में नहीं दिखा जहां कारोबारी प्रतिष्ठान हर रोज की तरह खुले हैं। धलगरवाड़ क्षेत्र में एक कपड़े का बाजार सुबह से बंद है।

बाजार की ओर जाने वाली मुख्य सड़क पर एक बैनर लगा है जिस पर लिखा है कि इस कानून के खिलाफ कपड़ा बाजार बंद रहेगा। हालांकि कांग्रेस से जुड़ी किसी भी ऑटोरिक्शा यूनियन ने बंद को समर्थन नहीं दिया है।

वहीं, वड़ोदरा के पुलिस उपायुक्त संजय खरात ने कहा, वड़ोदरा बंद का संदेश बुधवार व्हाट्सएप पर चल रहा था। हालांकि शहर में इसका कोई असर आज नहीं दिखा है। सभी बाजार खुले हैं। उन्होंने बताया कि ऐहतियात के तौर पर वड़ोदरा सिटी पुलिस को संबंधित क्षेत्रों में नजर रखने और गश्त करने का आदेश दिया गया है।

गोधरा के मुस्लिम बहुल इलाकों में दुकान और बाजार बंद हैं। रेलवे स्टेशन क्षेत्र के निकट भी दुकानें बंद हैं। पुलिस नियंत्रण कक्ष ने कहा कि हालांकि राज्य के अन्य हिस्सों में बंद का असर नहीं पड़ा।

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