गुवाहाटी/भाषा। गुवाहाटी में बुधवार को जनजीवन पटरी पर लौट आया जबकि डिब्रूगढ़ में लागू कर्फ्यू में सुबह छह बजे से 14 घंटे की ढील दी गई। अधिकारियों ने बताया कि पूर्वोत्तर का प्रवेशद्वार माने जाने वाले गुवाहाटी में 11 दिसंबर से लागू कर्फ्यू कानून-व्यवस्था में सुधार आने के बाद मंगलवार को हटा लिया गया। संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शनों के मद्देनजर यहां कर्फ्यू लगाया गया था।
असम में बुधवार की सुबह हिंसा का कोई ताजा मामला सामने नहीं आया है। गुवाहाटी में बैंक एवं कारोबारी प्रतिष्ठान खुले और सड़कों पर वाहन भी नजर आए लेकिन स्कूल एवं कॉलेज बंद रहे। मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर रोक अब भी बरकरार है।
अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को विमानों का परिचालन और रेल सेवाएं शुरू हो गईं। डिब्रूगढ़ हवाईअड्डे पर उड़ानों का आवागमन भी तय कार्यक्रम के मुताबिक हो रहा है। ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (आसू) गुवाहाटी के लातासिल मैदान में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ अपना तीसरा एवं अंतिम ‘जन सत्याग्रह’ आयोजित करेगा।
असम में इस कानून के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन हुए जहां प्रदर्शनकारियों ने तीन रेलवे स्टेशन, एक डाकघर, एक बैंक, एक बस टर्मिनस, दुकानों, दर्जनों वाहनों और कई अन्य सार्वजनिक संपत्तियों को आग के हवाले किया या उन्हें क्षतिग्रस्त किया। यहां 11 दिसंबर से प्रदर्शनों में अब तक पांच लोगों की जान जा चुकी है।