लखनऊ/भाषा। फर्रुखाबाद में बच्चों को बंधक बनाने वाले दंपत्ति की एक साल की अनाथ बच्ची के नाम कानपुर के आईजी मोहित अग्रवाल ने एक लाख रुपए की सावधि जमा (एफडी) कराई है। फर्रुखाबाद के मोहम्मदाबाद कोतवाली क्षेत्र के गांव करथिया में 30 जनवरी की रात बेटी की बर्थडे पार्टी के नाम पर 23 बच्चों को अपने घर बुलाकर तहखाने में 12 घंटों तक बंधक बनाकर रखने वाले अपहरणकर्ता सुभाष को पुलिस ने मार गिराया था और सभी बच्चों को सुरक्षित निकाला था।
घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने सुभाष की पत्नी रूबी को भी पीटा था जिससे उसकी अस्पताल में मौत हो गई थी। सुभाष और रूबी की मौत के बाद उनकी एक साल की बेटी गौरी की देखभाल की जिम्मेदारी कानपुर परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक मोहित अग्रवाल ने उठा ली थी।
अग्रवाल ने सोमवार को कहा, प्रदेश सरकार ने फर्रुखाबाद में बच्चों को छुड़ाने वाली पुलिस टीम को दस लाख रुपए इनाम देने की घोषणा की थी जिसमें से एक लाख रुपए मुझे भी इनाम में मिले थे। मैंने उस धनराशि की एफडी उस बच्ची गौरी के नाम बनाकर उसकी देखभाल करने वाली फर्रुखाबाद की महिला पुलिसकर्मी रजनी को दे दी है। इसके अलावा मैं बच्ची के दैनिक खर्चे भी उठा रहा हूं।
उन्होंने कहा, मेरा सपना है कि यह बच्ची बड़ी होकर मेरी तरह आईपीएस अधिकारी बने और इसके लिए जीवनभर मैं इस बच्ची का खर्चा उठाऊंगा। अग्रवाल ने कहा, गौरी को गोद लेने के लिए बेंगलूरु, दिल्ली जैसे बड़े शहरों से निसंतान दंपत्ति फर्रुखाबाद के जिला प्रोबेशन अधिकारी से पूछताछ कर रहें हैं। मीडिया में खबरे आने के बाद अमेरिका और लंदन से भी बच्ची को गोद लेने के लिए लोग फोन कर रहे हैं।