मुंबई/भाषा। कभी न सोने और कभी न रुकने के लिए जानी जाने वाली मायानगरी मुंबई की सड़कें रविवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रस्तावित ‘जनता कर्फ्यू’ के मद्देनजर सुनसान रहीं और सार्वजिक स्थलों पर सन्नाटा रहा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस से निपटने के प्रयासों के तहत सामाजिक दूरी बनाने के लिए लोगों से रविवार को सुबह सात से रात नौ बजे तक ‘जनता कर्फ्यू’ का हिस्सा बनने की अपील की है।
पश्चिमी और पूर्वी एक्सप्रेस राजमार्गों और शहर की अन्य सड़कों पर आमतौर पर भारी यातायात देखने को मिलता है लेकिन कर्फ्यू को समर्थन देने के लिए लोग आज अपने घरों में ही रहे।
रेलवे स्टेशनों पर भी इसी प्रकार की स्थिति थी जहां क्षमता से अधिक भीड़ वाली ट्रेनों में चढ़ने के लिए अमूमन हजारों यात्री मौजूद रहते हैं।
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राज्य सरकार प्राधिकारियों ने लोगों को शनिवार को सूचित किया था कि केवल आवश्यक सेवाओं में कार्यरत लोगों को ही लोकल ट्रेनों में सफर करने की अनुमति दी जाएगी और यह अनुमति भी पहचान संबंधी पत्र देखने के बाद ही मिलेगी।
शहर में रविवार को सार्वजनिक परिवहन सुविधा में कटौती की गई है। लोकल ट्रेन समेत रेल सेवाओं में कटौती की गई है। शहर में रविवार को मुंबई मेट्रो और मुंबई मोनोरेल का परिचालन निलंबित है।