कोरोना को परास्त करने के लिए दिव्यांग रिक्शा चालक बना रहा किफायती मास्क

कोरोना को परास्त करने के लिए दिव्यांग रिक्शा चालक बना रहा किफायती मास्क

बहराइच/भाषा। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए देशभर में बंद के बीच एक दिव्यांग व्यक्ति किफायती दामों पर मास्क बना रहा है और इस प्रकार लोगों की मदद के साथ-साथ अपनी रोजी-रोटी भी चला रहा है।

बहराइच शहर के बागवानी मोहल्ला निवासी साजिद ई-रिक्शा चलाकर अपना घर चलाता था। लॉकडाउन हुआ तो ई-रिक्शा बंद हो गया और घर में खाने के लाले पड़ गए। साजिद ने हिम्मत नहीं हारी और घर पर परिवार वालों के साथ मिलकर मास्क बनाने शुरू किए।

साजिद कहते हैं, मेरी आर्थिक हालत अगर ठीक होती तो यही मास्क जरूरतमंदों में मुफ्त में बांटता लेकिन परिवार का पेट पालने के लिए मास्क सिर्फ 10 रुपए में बेचता हूं जिससे हरेक तबके को मास्क भी मिल जाय और मेरा परिवार भी भूखा न रहे। घर में बने कपड़े के मास्क को बार-बार धोकर पहना जा सकता है।

साजिद अपनी साइकिल पर मास्क बेचने निकलते हैं और दिन में 300-400 रुपए कमा लेते हैं। साजिद ने बताया कि वह बड़ों के साथ-साथ बच्चों के साइज के भी मास्क बनाते हैं। बच्चों के मास्क की भी बड़ी मांग है।

साजिद मास्क के लिए नए कपड़ों का इस्तेमाल करते हैं। उसको बनाने के दौरान साफ सफाई का पूरा ध्यान रखा जाता है और मास्क बांटने से पहले उसे बाकायदा सेनेटाइज किया जाता है। उन्होंने बताया कि मास्क बनाने के लिए नए कपड़े आसपास के लोगों, मोहल्ले वालों और दुकानदारों से उन्हें मिल जाते हैं।

बहराइच के जिलाधिकारी शंभू कुमार ने साजिद के इस प्रयास की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि ‘साजिद जो काम कर रहे हैं, उससे समाज के अन्य लोगों को भी प्रेरणा लेनी चाहिए। कोरोना संक्रमण के समय में साजिद हिम्मत वाला काम तो कर रहे हैं लेकिन इन्हें अपनी सेहत का भी ख्याल रखना चाहिए।’

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