अपील की- लॉकडाउन का पालन करें, कम से कम लोग जाएं
लखनऊ/भाषा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण फैले होने और लॉकडाउन के विषय पर बैठकों के कारण अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं होंगे। योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद सिंह बिष्ट का सोमवार सुबह दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निधन हो गया।
एम्स के प्रवक्ता ने मुख्यमंत्री के पिता के निधन की पुष्टि करते हुए बताया कि वे यकृत की बीमारी से पीड़ित थे। उन्हें 13 मार्च को एम्स के गेस्ट्रो विभाग में भर्ती कराया गया था। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के पिता ने सुबह लगभग पौने ग्यारह बजे अंतिम सांस ली।
अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने फोन पर बताया कि मुख्यमंत्री अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल नही होंगे। अवस्थी द्वारा जारी एक बयान में बताया गया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है, ‘अपने पूज्य पिताजी के कैलाशवासी होने पर मुझे भारी दुख व शोक है। वे मेरे पूर्वाश्रम के जन्मदाता हैं। जीवन में ईमानदारी, कठोर परिश्रम एवं निस्वार्थ भाव से लोक मंगल के लिए समर्पित भाव से साथ कार्य करने का संस्कार बचपन में उन्होंने मुझे दिया।’
योगी आदित्यनाथ ने कहा, अंतिम क्षणों में उनके दर्शन की हार्दिक इच्छा थी, परंतु वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के खिलाफ देश की लड़ाई को प्रदेश की 23 करोड़ जनता के हित में आगे बढ़ाने के कर्तव्य बोध के कारण ऐसा नहीं हो पाया। कल 21 अप्रैल को अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में लॉकडाउन की सफलता तथा महामारी को परास्त करने की रणनीति के कारण भाग नहीं ले पा रहा हूं।’
उन्होंने अपनी माता एवं पूर्वाश्रम से जुड़े सभी सदस्यों से बंद का पालन करने तथा अंतिम संस्कार में कम से कम लोगों के शामिल होने की अपील की है।
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने मुख्यमंत्री के पिता के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया। बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने भी योगी आदित्यनाथ के पिता के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि कुदरत उनके परिवार को इस दुख को सहने की शक्ति प्रदान करे।