मुंबई/भाषा। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मार्च में निजामुद्दीन मरकज में आयोजित एक धार्मिक जलसे में हिस्सा लेने वाले तबलीगी जमात के इंडोनेशिया के दस सदस्यों का पृथक-वास पूरा होने के बाद भारतीय दंड विधान की विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया है।
एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि ये दस सदस्य इंडोनेशिया के 12 तबलीगी सदस्यों के समूह का हिस्सा हैं जो दिल्ली से वापस लौटने के बाद बांदा पश्चिम में एक अपार्टमेंट में 29 मार्च से रह रहे थे। इनमें छह महिलाएं शामिल हैं। अधिकारी ने बताया कि पुलिस को इंडोनेशिया के इन लोगों के बारे में एक अप्रैल को पता चला था कि ये लोग बांद्रा में रह रहे हैं।
उन्होंने बताया, ‘हमें यह पता चला कि वे दो जत्थे में 29 फरवरी एवं तीन मार्च को भारत आए थे और बाद में जलसे में शामिल होने के लिए मरकज पहुंचे।’ अधिकारी ने बताया कि ये विदेशी नागरिक सात मार्च को मुंबई पहुंचे और 29 मार्च को अपार्टमेंट में रहने लगे। इसका मतलब यह हुआ कि वह 22 दिन तक घूमते रहे।
उन्होंने बताया, ‘चिकित्सीय जांच में 12 में से दो लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई। इसके बाद दस अन्य को 20 दिन के पृथक-वास में भेज दिया गया। बुधवार (22 अप्रैल) को उन्हें गिरफ्तार किया गया।’ अधिकारी ने बताया कि उन्हें 23 अप्रैल को अदालत में पेश कर बांद्रा पुलिस ने रिमांड में लिया गया है।