श्रीनगर/दक्षिण भारत। जम्मू-कश्मीर में पाक प्रायोजित आतंकवाद की भारतीय सुरक्षा बलों और खुफिया एजेंसियों ने कमर तोड़ दी है। सुरक्षा बलों को आतंकियों द्वारा अपनाए जा रहे हथकंडों की जानकारी लगातार मिल रही है, जिसके बाद वे कठोर कार्रवाई कर उनके नापाक इरादों को ध्वस्त कर रहे हैं।
अपनी जान बचाने और घात लगाकर हमला करने के लिए आतंकवादी नए-नए तरीके अपनाते रहते हैं, वहीं सुरक्षा बल भी उनकी हरकतों पर नजर रखकर इनका सफाया कर देते हैं। हाल में मारे गए कई आतंकियों के मामले में देखा गया कि वे सुरंगें बनाकर उनमें छिपे रहते हैं। उन्हें भ्रम रहता है कि इससे वे महफूज रहेंगे, लेकिन सुरक्षा बलों को इनके ठिकानों का पता चल जाता है और वे वहीं आतंकियों को धराशायी कर देते हैं।
सुरक्षा बल के जवान इन सुरंगों को खोदकर न केवल आतंकियों के अड्डों का पर्दाफाश कर देते हैं, बल्कि मुठभेड़ में उनको मारकर या दबोचकर यह साबित कर देते हैं कि देश के खिलाफ हथियार उठाओगे तो यही अंजाम होगा। बडगाम के अरिजल खानसाहिब में लश्कर का आतंकवादी जहूर वानी सुरंग बनाकर इसी तर्ज पर अपने षड्यंत्र को कामयाब बनाने में जुटा था, लेकिन सेना ने उस पर शिकंजा कस लिया।
सुरक्षा बलों के लिए यह कार्रवाई इस लिहाज से भी काफी महत्वपूर्ण है कि यहां से हथियार बरामद हुए हैं और आतंकियों के चार मददगार भी गिरफ्तार कर लिए गए हैं। ये लोग लश्कर आतंकियों को विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध कराते थे। पुलिस का कहना है कि आतंकी जहूर बड़ी वारदात को अंजाम देने की तैयारी में था और काफी दिनों से सक्रिय था।
बता दें कि हाल में सुरक्षा बलों ने हिज्बुल कमांडर रियाज नायकू को भी बेगपोरा में मार गिराया। ए++ श्रेणी के इस आतंकी ने भी अपने आकाओं के इशारे पर सुरंग खोदी और उसके जरिए आता-जाता रहता था। इसके बारे में उसके बेहद करीबी लोगों को ही पता था, लेकिन जल्द ही खुफिया एजेंसियों को इसकी भनक लग गई।
उसके बाद 12 लाख के इनामी नायकू को वहीं ढेर कर दिया गया। नायकू जिस सुरंग को ज़िंदगी बचाने का रास्ता समझता था, धमाके से वह उसकी कब्र साबित हुई। सुरक्षा बलों ने आतंकियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाकर साफ कर दिया है कि दहशतगर्दी के रास्ते जाने वाले शख्स को ऐसे ही नतीजे भुगतने होंगे।