नई दिल्ली/दक्षिण भारत। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ प्लानिंग एंड मैनेजमेंट (आईआईपीएम) के निदेशक अरिंदम चौधरी को केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर (सीजीएसटी) दक्षिण दिल्ली आयुक्तालय ने शुक्रवार को वित्त अधिनियम की धारा 89 के तहत गिरफ्तार किया, जो सेवा कर के भुगतान के लिए दंड लागू करता है।
अरिंदम चौधरी पर लगभग 23 करोड़ रुपए के सेवा कर क्रेडिट के केंद्रीय मूल्य वर्धित कर (सीईएनवीएटी) के एक कथित अनुचित दावे से संबंधित आरोप हैं। गुरुदास मलिक ठाकुर, जो कंपनी के निदेशक हैं, को भी इन्हीं आरोपों के तहत गिरफ्तार किया गया और 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
बता दें कि 2015 में आईआईपीएम उस समय सुर्खियों में आया था जब छात्रों ने इसकी एमबीए डिग्री की वैधता पर सवाल उठाए। अरिंदम चौधरी एक फिल्म निर्माता भी हैं।