मुंबई/दक्षिण भारत। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में क्वारंटीन से ‘बचाने’ के बदले रिश्वत के खेल का पर्दाफाश हुआ है। इस मामले में बीएमसी के इंजीनियर सहित तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार, यहां छत्रपति शिवाजी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर सब-इंजीनियर दिनेश गावंडे (35) की गतिविधियां देख उस पर शक हुआ। इसकी सूचना एक महिला ने सीआईएसएफ और एमआईएएल के अधिकारियों को दी थी। इस पर दिनेश और उसके दो साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
बताया गया कि ये लोग हवाईअड्डा पहुंचने वाले यात्रियों से अनिवार्य इंस्टीट्यूशनल क्ववारंटीन छोड़ने के बदले रिश्वत ले रहे थे। चूंकि जारी कोरोना महामारी के मद्देनजर कोरोना गाइडलाइन और क्वारंटीन नियमों का पालन जरूरी है। वहीं, ये लोग रिश्वत लेकर सामाजिक स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहे थे।
पुलिस को दिनेश गावंडे से एक बैग मिला है जिसमें लाखों रुपए की सऊदी मुद्रा, कुछ लेटरहेड, डॉक्टरों के हस्ताक्षर और होम क्वारंटीन की नकली मोहरें मिली हैं। इसे बीएमसी की ओर से यहां तैनात किया गया था। इसके जिम्मे दुबई, कुवैत और अमेरिका से आए यात्रियों की जांच करना था।
दरअसल दिनेश की गतिविधियां शक के घेरे में उस समय आईं जब वह शौचालय में घुसा और वापस आते समय हाउसकीपिंग स्टाफ की एक महिला को धक्का दिया। बाद में मामले का खुलासा हुआ तो पता चला कि दिनेश रिश्वत लेकर फर्जी स्वास्थ्य प्रमाण पत्र बनाकर दे रहा था।
तीनों आरोपियों के खिलाफ महामारी और आपदा अधिनियम, जालसाजी, धोखाधड़ी और आदेशों का उल्लंघन करने से संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया है। इसके बाद 19 जनवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
पुलिस द्वारा दर्ज कुछ लोगों के बयान के अनुसार, दिनेश चार-चार हजार रुपए लेकर फर्जी प्रमाण पत्र दे रहा था ताकि ये क्वारंटीन से बच सकें। इस तरह उसने सामाजिक स्वास्थ्य को संकट में डाला। यह घटना ऐसे समय में सामने आई है जब ब्रिटेन से आए कोरोना के नए स्ट्रेन ने केंद्र और महाराष्ट्र सरकार की चिंता बढ़ा दी है।