जयपुर/भाषा। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष एवं उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की अध्यक्षता में बुधवार को पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में लोकसभा चुनाव में हुई पार्टी की हार पर मंथन किया जाएगा।
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि इस बैठक में राहुल गांधी से पार्टी प्रमुख के तौर पर सेवाएं देना जारी रखने की अपील करने संबंधी सीडब्ल्यूसी के प्रस्ताव का समर्थन किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि नई दिल्ली में कांग्रेस कार्यसमिति द्वारा राहुल गांधी के त्यागपत्र को स्वीकार नहीं करने के फैसले का इस बैठक में समर्थन किया जाएगा।
लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद प्रदेश कार्यकारिणी की पहली बैठक में राज्य में पार्टी के खराब प्रदर्शन के कारणों पर मंथन किया जाएगा। राजस्थान में सत्ताधारी पार्टी कुल 25 में से एक भी सीट नहीं जीत सकी। पार्टी में आंतरिक संकट के बीच यह एक महत्वपूर्ण बैठक है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं राजस्थान के प्रभारी अविनाश पांडे और अन्य नेतागण बुधवार को दोपहर बाद 2.30 बजे बुलाई गई प्रदेश कार्यकारिणी की इस बैठक में मौजूद रहेंगे।
कांग्रेस कार्यकारिणी की 25 मई की बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के त्यागपत्र को मंजूर नहीं करने संबंधी एक प्रस्ताव पारित किया गया था।
गत वर्ष दिसंबर के विधानसभा चुनाव के बाद राज्य में सत्ता में आई कांग्रेस सरकार के कुछ नेताओं ने लोकसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन एवं हार पर आत्ममंथन और विस्तृत विश्लेषण की मांग के साथ साथ आलोचनात्मक टिप्पणियां की हैं।
राज्य के कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने रविवार को सोशल मीडिया पर एक विज्ञप्ति के जरिए त्यागपत्र देने संबंधी घोषणा की थी लेकिन त्यागपत्र के बारे में मुख्यमंत्री कार्यालय और राजभवन ने पुष्टि नहीं की। वहीं इसकी पुष्टि के लिए मंत्री से संपर्क नहीं हो सका।
सहकारिता मंत्री उदयलाल अंजाना और खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री रमेश मीणा ने लोकसभा में पार्टी की हार के लिए आत्ममंथन और विस्तृत विश्लेषण की मांग की है।
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