गौवंश की रक्षा एवं संवर्धन राज्य सरकार की प्राथमिकता : गहलोत

गौवंश की रक्षा एवं संवर्धन राज्य सरकार की प्राथमिकता : गहलोत

जयपुर/एजेन्सी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि राज्य सरकार गरीब, किसान और मानव मात्र की सेवा के साथ-साथ गौ सेवा एवं गौरक्षा की दिशा में कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि पथमेड़ा की पावन धरा पर आकर सभी को गौमाता और मानव मात्र की सेवा करने की प्रेरणा मिलती है। गहलोत सोमवार को जालोर जिले के पथमेड़ा गौधाम में कामधेनु शक्तिपीठ स्थापना महोत्सव के कार्यक्रम में उपस्थित गौ-भक्तों एवं जन समुदाय को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पथमेड़ा गौधाम से राज्य को देश और विदेश में एक अलग पहचान मिली है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में गौवंश की रक्षा और संवर्धन का कार्य प्राथमिकता से कर रही है। राजस्थान देश का पहला राज्य है, जहां गाय और गौवंश के लिये अलग से विभाग की स्थापना की गई है। हमारी सरकार हमेशा गायों को लेकर चिंतित रही है। हमारे समाज में गाय का महत्वपूर्ण स्थान है और उसी के अनुरूप गायों के लिये कार्य किया जा रहा है। गाय और अन्य पशुओं के लिए भविष्य में भी नीति बनाकर कार्य किये जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार प्रदेश को पशुधन के विकास में अग्रणी राज्य बनाने की दिशा में सतत् कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने गौशालाओं आदि में छोटे पशुओं के लिये प्रति पशु अनुदान राशि 16 रूपये से बढ़ाकर 20 रूपये तथा बडे़ पशुओं के लिये राशि 32 रूपये से बढ़ाकर 40 रूपये कर दी है। उन्होंने पथमेड़ा गौधाम के लिये 5 करोड़ रूपये की राशि देने की घोषणा भी की। मुख्यमंत्री ने पथमेड़ा गौधाम में पहुंचकर नंदी का पूजन किया। उन्होंने कामधेनु सरोवर पर गौमाता की आरती की तथा सरोवर का पूजन भी किया। उन्होंने गौधाम के मुख्य महाराज पूज्य गौऋषि दत्त शरणानंद से आशीर्वाद लिया। राजस्थान गौ सेवा समिति के प्रदेशाध्यक्ष महंत दिनेश गिरी महाराज ने मुख्यमंत्री को गाय का प्रतीक एवं स्मृति चिन्ह भेंट किया। गहलोत ने पथमेड़ा में हेलीपैड पर ही नर्मदा नहर परियोजना सांचौर के जल उपयोक्ता संगमों को जल कर की राशि के पुनर्भरण के लिए 12 व्यक्तियों को चैक वितरित किए।

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