जयपुर/एजेन्सी। राजस्थान में डेंगू बेकाबू होता दिखाई दे रहा है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के आंकडों की मानें तो अब तक कुल 4,121 मरीज डेंगू पॉजिटिव पाए गए हैं। विभाग के अनुसार डेंगू से अब तक कुल 8 पीड़ितों की मौतें हो चुकी हैं। राजधानी जयपुर में भी डेंगू के मरीजों की संख्या 1800 से ज्यादा हो गई है। पिछले 10 दिनों में ही 600 से ज्यादा मरीज सामने आए हैं।
राजधानी जयपुर के अस्पतालों में भी मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। प्रदेश में नगरीय निकायों की जिम्मेदारी थी कि वे दीपावली से पहले और मानसून की समाप्ति के साथ ही मच्छर के लार्वा नहीं पनपे इसके लिए एहतियात बरतते हुए फोगिंग कराए और एन्टीलार्वल एक्टीविटिज शुरू करे। लेकिन अफसोस कि खुद नगर निगम, नगर परिषद और नगर पालिकाओं के पास फोगिंग के लिए पर्याप्त पायरेथ्रम फोकल स्प्रे मशानें ही नहीं हैं।
मानसून के बाद से अब तक नगर निगम ने राजधानी जयपुर में एंटी लार्वा एक्शन में 152 चालान किए हैं। सीएमएचओ टीम को भी 105 स्थानों पर लार्वा मिले थे, जिस पर कार्रवाई के लिए नगर निगम को कहा गया था। डेंगू से जोधपुर में भी मौतें हो रही हैं। वहीं कोटा में भी डेंगू पॉजिटिव मरीजों की संख्या लगाता बढ़ रही है।
चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने अधिकारियों की बैठक लेकर उन्हें डेंगू को बेकाबू होने से रोकने के लिए निर्देश दिए हैं। चिकित्सा मंत्री ने कहा है कि पॉजिटिव मरीज के घर के आस पास पायरेथ्रम फोकल स्प्रे भी कराया जाए। सरकार के साथ खुद आमजन की भी जिम्मेदारी है कि वे अपने घर पर स्वच्छ पानी को छत पर, टंकियों या बर्तन में एकत्र न होने दें और डेंगू से बचें।
राजस्थान में बेकाबू हुआ डेंगू, अब तक 8 पीड़ितों की मौत, 4121 पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि
राजस्थान में बेकाबू हुआ डेंगू, अब तक 8 पीड़ितों की मौत, 4121 पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि