जयपुर/भाषा। जयपुर शहर की घनी आबादी वाला रामगंज इलाका कोरोना संक्रमण का नया केंद्र बन गया है। दो दिन में संक्रमण के 20 नए मामले सामने आने से राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों की पेशानी पर चिंता की लकीरे हैं। अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिंह ने बताया कि राजधानी जयपुर के रामगंज इलाके में गुरुवार को कोरोना वायरस से संक्रमित सात नए मामले सामने आए हैं।
इससे पहले बुधवार को यहां से 13 मामले सामने आए थे। इस इलाके में कुल मामलों की संख्या 33 हो गई है। वहीं 41 कोरोना संक्रमित मामलों के साथ जयपुर शहर राज्य में पहले नंबर पर है, जबकि भीलवाड़ा 26 मामलों के साथ दूसरे स्थान पर।
रामगंज का मामला अधिकारियों के लिए चिंता का विषय इसलिए भी बना हुआ क्योंकि यहां संक्रमित पाए गए 17 लोग उसी एक व्यक्ति के करीबी संपर्क वाले हैं जो सबसे पहले कोरोना संक्रमित पाया गया था। सिंह के अनुसार, ‘एक ही व्यक्ति से 17 लोगों को संक्रमण होना हालात की गंभीरता को प्रकट करता है।’
उल्लेखनीय है कि रामगंज इलाके में पश्चिम एशिया से एक 45 वर्षीय व्यक्ति 12 मार्च को दिल्ली हवाई अड्डे पर आया। उसी दिन वह बस से जयपुर आ गया। 26 मार्च को जांच में वह संक्रमित पाया गया। लेकिन इस दौरान वह अपने परिवार, पहचान के अनेक लोगों से मिला एवं संपर्क में आया।
एक दिन के बाद उसके दोस्त और 10 परिजनों को कोरोना वायरस संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी। अब तक कुल 17 लोग ऐसे सामने आए हैं जो उसके करीबी हैं। दस तो उसके परिवार वाले ही हैं। प्रशासन व स्वास्थ्य अधिकारियों ने 125 लोगों को पृथक रखा हुआ है।
रामगंज जयपुर के परकोटे में यानी पुराने जयपुर में पड़ता है। यहां घनी आबादी है। प्रशासन ने हालात की गंभीरता को देखते हुए यहां बेमियादी कर्फ्यू लगाया है। पूरे इलाके को सेनेटाइज किया गया है। हर घर और हर व्यक्ति की जांच की जा रही है। इलाके में वाहनों तक को विसंक्रमित किए बिना जाने की अनुमति नहीं है। लोगों के छतों पर इकट्ठा होने की शिकायतों के बाद बुधवार को इलाके में अनेक ड्रोन तैनात कर दिए गए हैं और लोगों से अपील की जा रही है कि वे सामाजिक दूरी का पालन करें।