सीकर/भाषा। दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतन लाल का बुधवार को उनके पैतृक गांव में पूरे राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार किया गया। रतन लाल की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हालिया हिंसा में मौत हो गई थी।
तिहावली गांव में रतन लाल का पूरे राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार किया गया। बड़ी संख्या में ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों ने उन्हें अंतिम विदाई दी।
इससे पहले, सिरोही के सांसद ने भारत सरकार की ओर से रतनलाल को शहीद का दर्जा देने तथा उनके आश्रितों को मुआवजा व नौकरी का आश्वासन दिया। इसके बाद ही ग्रामीणों ने अंतिम संस्कार होने दिया। ग्रामीण ने अपनी मांगों को लेकर लगभग पांच घंटे तक झुंझुनू राजमार्ग को बंद रखा।
सीकर के सांसद सुमेधानंद सरस्वती ने कहा कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री ने हेड कांस्टेबल को शहीद का दर्जा देने, आश्रितों को एक करोड़ रुपए का मुआवजा एवं एक करीबी को नौकरी देने पर सहमति जताई है।
इसके बाद रतन लाल के पार्थिव शरीर को गांव में लाकर अंतिम संस्कार किया गया। इस अवसर पर पुलिस एवं प्रशासन के आला अधिकारी मौजूद थे।