नई दिल्ली/भाषा। सीबीआई ने राजस्थान के पुलिस अधिकारी विष्णुदत्त विश्नोई की चूरू में 23 मई को कथित आत्महत्या के मामले में राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी देव राम सैनी से मंगलवार को पूछताछ की।
अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली से सीबीआई की विशेष अपराध शाखा की एक टीम राजगढ़ के थाना प्रभारी (एसएचओ), विश्नोई की मौत के सिलसिले में बयान दर्ज करने के लिए जयपुर में मौजूद है। उनका शव चूरू में अपने आधिकारिक निवास में पंखे से लटकता हुआ मिला था।
यह कदम ऐसे समय में उठाया जा रहा है जब राजस्थान सरकार सचिन पायलट की बगावत और उनको उपमुख्यमंत्री पद से बर्खास्त किए जाने के बाद सियासी संकट का सामना कर रही है।
हालांकि, सूत्रों ने स्पष्ट किया है कि एजेंसी इस मामले में पेशेवर तरीके से जांच कर रही है जो उसे खुद राज्य सरकार ने सौंपी है। एजेंसी ने सोमवार की शाम कांग्रेस विधायक कृष्णा पूनिया से उनके जयपुर स्थित घर में तीन घंटे तक पूछताछ की थी।
सूत्रों ने कहा कि मामले के विभिन्न पहलुओं को जानने के लिए लोगों से पूछताछ की जा रही है और इसका यह मतलब नहीं है कि वे आरोपी हैं क्योंकि अंतिम तस्वीर जांच पूरी होने के बाद ही साफ हो पाएगी।
राजस्थान सरकार ने मामले की जांच सीबीआई को सौंपी है। उन्होंने बताया कि विश्नोई के भाई ने राजस्थान पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि उन पर अत्यधिक दबाव था जिस कारण उन्होंने यह कदम उठाया।
विश्नोई के पास से दो सुसाइड नोट बरामद किए गए थे- एक उनके माता-पिता के नाम और दूसरा जिले के पुलिस अधीक्षक के नाम।
पुलिस अधीक्षक के नाम लिखे सुसाइड नोट में विश्नोई ने कहा कि वह उन पर डाले जा रहे दबाव को नहीं झेल पा रहे हैं। इसमें उन्होंने यह भी कहा था कि उन्होंने राजस्थान पुलिस को अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश की।
कथित वॉट्सऐप चैट का एक स्क्रीनशॉट भी वायरल हो गया है जिसमें विश्नोई अपने कार्यकर्ता दोस्त से कह रहे हैं कि वे गंदी राजनीति में फंस गए हैं।
भाजपा और बसपा के नेताओं का आरोप है कि अपनी ईमानदारी और मेहनत के लिए जाने जाने वाले अधिकारी पर कांग्रेस विधायक पूनिया ने दबाव बनाया। हालांकि पूनिया इस आरोप से इनकार करती रही हैं। पूनिया राजस्थान में सादुलपुर विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करती हैं।