जयपुर/दक्षिण भारत। राजस्थान कांग्रेस में चल रहे सियासी घमासान ने मंगलवार को नया मोड़ ले लिया। अब तक कांग्रेस नेताओं की ओर से सचिन पायलट को मनाने की कोशिशें जारी थीं, लेकिन बाद में पार्टी की ओर से कड़ा फैसला लेते हुए पायलट को उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के पद से हटा दिया गया। उनके स्थान पर शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष होंगे। विश्वेंद्र सिंह, रमेश मीणा को भी मंत्री पदों से हटा दिया गया है।
कांग्रेस की कार्रवाई पर प्रतिक्रिया देते हुए सचिन पायलट ने ट्वीट किया, ‘सत्य को परेशान किया जा सकता है, पराजित नहीं।’
इससे पहले, जयपुर के एक होटल में विधायक दल की बैठक में सचिन पायलट और बागी विधायकों के खिलाफ कार्रवाई का प्रस्ताव पारित किया गया था। जानकारी के अनुसार, कांग्रेस विधायक दल की बैठक में 102 विधायकों से वोटिंग कराई गई।
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि भाजपा ने सचिन पायलट और बागी विधायकों से संपर्क की कोशिश की थी। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि भाजपा राजस्थान की कांग्रेस सरकार को गिराने की साजिश रच रही है।
उधर, दीपेंद्र सिंह, विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा की ओर से बयान सामने आने के समाचार हैं, जिसमें सचिन पायलट समेत इन विधायकों को एसओजी नोटिस भेजकर प्रताड़ित करने का दावा किया गया है। वहीं, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात की है। उन्होंने राज्यपाल को मौजूदा सियासी हालात की जानकारी दी।