काल्पा/(हिमाचल प्रदेश)/भाषा। भारत के सबसे पहले मतदाता और निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव के ब्रैंड एम्बैस्डर नामित 102 वर्षीय श्याम सरण नेगी कहते हैं कि देश के हर नागरिक को अपने मताधिकार का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए, फिर चाहे आप किसी को भी वोट दें।
1947 में ब्रिटिश राज से मुक्त होने के बाद देश में 1951 में हुए पहले आम चुनाव में सबसे पहले वोट डालने वाले श्याम सरण नेगी ने हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में काल्पा से फोन पर बातचीत में यह बात कही।
उनके बेटे चंद्रप्रकाश नेगी ने बताया कि चूंकि चुनाव आयोग ने उन्हें अपना ब्रैंड एम्बैस्डर नामित किया है, इसलिए वह किसी भी पार्टी के पक्ष या विरोध की बात नहीं कर सकते लेकिन उनकी निजी राय है कि इस बार भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ही सरकार बननी चाहिए।
श्याम सरण नेगी आगामी जुलाई में अपनी जिंदगी के 102 साल पूरे करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा, लोगों को अपना वोट बर्बाद नहीं करना चाहिए। हर नागरिक को वोट जरूर डालना चाहिए। यह आपकी मर्जी है कि आप किसी को भी वोट दें लेकिन वोट जरूर दें।
चुनाव आयोग ने भी उन्हें मतदान के लिए अपना ब्रैंड एम्बैस्डर इसलिए बनाया है क्योंकि चंद्रप्रकाश नेगी के शब्दों में, 1951 से लेकर आज तक मैंने पंचायत, विधानसभा और लोकसभा तक के हर चुनाव में मतदान किया है।
आजाद भारत में सबसे पहले लोकसभा चुनाव फरवरी 1952 में हुए थे लेकिन भारी बर्फबारी की आशंका के कारण हिमाचल प्रदेश के लोगों के लिए पांच महीने पहले ही मतदान कराने की व्यवस्था की गई थी और सबसे पहले श्याम सरण नेगी ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था।
सर्दियों के मौसम में काल्पा में चार से पांच फुट तक बर्फ गिरती है और तापमान शून्य से 20 डिग्री और कभी—कभी इससे भी नीचे चला जाता है।
श्याम सरण नेगी उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश की सीमाओं से कहीं बाहर भले ही नहीं गए हों लेकिन यूट्यूब पर गूगल इंडिया द्वारा उन्हें केंद्र में रखकर बनाए गए वीडियो ‘प्लेज टू वोट’ (मतदान प्रतिबद्धता) को 29 लाख से अधिक बार देखा जा चुका है। यह वीडियो गूगल इंडिया ने साल 2014 के आम चुनाव के दौरान बनाया था।
चंद्रप्रकाश नेगी बताते हैं कि वे प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम ‘मन की बात’ के बहुत बड़े प्रशंसक हैं और ऊंचा सुनने के बावजूद रेडियो पर लगातार इस कार्यक्रम को सुनते आ रहे हैं।
हालांकि भाजपा के एक स्थानीय नेता द्वारा फेसबुक पर उनकी फोटो को ‘मैं भी चौकीदार’ अभियान के साथ टैग करने पर वह नाराज हो गए थे।
चंद्रप्रकाश ने बताया कि जिला प्रशासन ने इस मामले में कार्रवाई करने के लिए श्याम सरण नेगी से संपर्क किया था लेकिन उन्होंने इस मामले में किसी प्रकार की कार्रवाई किए जाने से मना कर दिया।
चुनाव आयोग भी लोगों को मतदान के लिए जागरूक करने तथा अपील करने के लिए नेगी की मदद ले रहा है। ऐसे में आयोग को जब इस ट्वीट की जानकारी मिली तो उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारी किन्नौर के जरिए श्याम सरण नेगी से इस संबंध में संपर्क किया। आयोग की कार्रवाई के बाद संबंधित भाजपा नेता ने श्याम सरण नेगी से माफी मांग ली।
हिमाचल प्रदेश में लोकसभा की कुल चार सीटों के लिए 19 मई को मतदान होगा। प्रदेश की सभी चारों सीटों पर इस समय भाजपा का कब्जा है।