मुंबई/भाषा। मुंबई पुलिस ने एक स्थानीय अदालत को बताया कि अदाकारा तनुश्री दत्ता द्वारा नाना पाटेकर के खिलाफ दर्ज कराए गए छेड़खानी के मामले में उन पर मुकदमा चलाने के लिए उसके पास कोई सबूत नहीं है। पिछले साल पाटेकर के खिलाफ लगाए गए तनुश्री के इस आरोप से सोशल मीडिया पर राष्ट्रव्यापी मी टू मुहिम शुरू हो गई थी।
पुलिस उपायुक्त परमजीत सिंह दहिया ने पीटीआई-भाषा को बताया कि उपनगरीय ओशिवरा पुलिस ने बुधवार को अंधेरी में मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट के समक्ष बी समरी रिपोर्ट दाखिल की है। यह रिपोर्ट उस वक्त दाखिल की जाती है जब पुलिस आरोपपत्र दाखिल करने के लिए और मुकदमा चलाने का अनुरोध करने के लिए आरोपी के खिलाफ कोई सबूत नहीं पाती है।
पाटेकर के वकील अनिकेत निकम ने इस कदम का स्वागत किया है, जबकि तनुश्री के वकील नितिन सतपुते ने दावा किया है कि पुलिस ने लापरवाह तरीके से काम किया है। निकम ने पीटीआई भाषा से कहा, मेरे मुवक्किल नाना पाटेकर के खिलाफ सभी आरोप झूठे हैं। सच्चाई आखिर देर-सबेर सामने आ ही जाती है, चाहे कोई इसे कितना ही क्यों न दबाना चाहता हो। मेरे मुवक्किल निर्दोष हैं और न्याय होगा।
हालांकि, सतपुते ने कहा कि ना तो उन्होंने और ना ही उनकी मुवक्किल (तनुश्री) को पुलिस से कोई आधिकारिक सूचना मिली है। उन्होंने कहा, पुलिस की रिपोर्ट अंतिम नहीं है। हम इसका विरोध कर सकते हैं और हमें सुनने के बाद अदालत यदि संतुष्ट होती है तो पुलिस को नये सिरे से जांच करने या आगे भी जांच करने का निर्देश दे सकती है।
उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने पाटेकर को बचाने के लिए लावरवाही से काम किया। उन्होंने कहा, पुलिस ने उपयुक्त जांच नहीं की, इसलिए हम समरी रिपोर्ट का विरोध करते हैं और बंबई उच्च न्यायालय में एक रिट याचिका दायर करने जा रहे हैं। गौरतलब है कि तनुश्री ने अक्टूबर 2018 में पाटेकर के खिलाफ एक शिकायत दर्ज कराई थी। अदाकारा ने आरोप लगाया था कि अभिनेता ने 2008 में हॉर्न ओके प्लीज फिल्म के सेट पर एक गाने की शूटिंग के दौरान उन्हें परेशान किया और उनके साथ बदसलूकी की।
अदाकारा ने यह भी आरोप लगाया कि गाने की शूटिंग के दौरान पाटेकर ने उन्हें अनुचित तरीके से छुआ था, जबकि उन्होंने (तनुश्री ने) पहले ही साफ-साफ कह दिया था कि वह (शूटिंग के दौरान) अश्लील या असहज करने वाले डांस स्टेप नहीं करेंगी।
पाटेकर के अलावा कोरियोग्राफर गणेश आचार्य, फिल्म निर्माता समी सिद्दिकी और निर्देशक राकेश सारंग के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया था।बी समरी रिपोर्ट दायर होने से आचार्य, सिद्दिकी और सारंग भी मामले में आरोप मुक्त हो जाएंगे। अधिकारी ने बताया कि अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं की गई है। –