जींद/भाषा। जानेमाने समाजसेवी अन्ना हजारे ने मंगलवार को यहां एक समारोह में कहा कि देशभक्तों से मिली प्रेरणा के कारण उन्होंने शादी नहीं की। उन्होंने यह भी कहा कि अगर शादी कर लेता तो जनता की सेवा नहीं कर पाता।
जिले के 38 गांवों में ग्रामीणों द्वारा स्थापित किए गए पुस्कालयों के उद्घाटन समारोह को मुख्य अतिथि के तौर पर संबोधित करते हुए अन्ना ने कहा, मैंने भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़कर जनता की सेवा की है। समाज हित के कार्य किए हैं। मुझे जेल में डाल रहे थे। मैंने कहा कि डालो मुझे जेल में, क्योंकि लाखों लोगों के जेल जाने के बाद ही भारत आजाद हुआ था।
उन्होंने कहा, देशभक्त भगत सिंह, राजगुरु को जब फांसी दी जा रही थी तो वे इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगाते हुए फांसी पर चढ़ गए थे। मुझे इन्हीं देशभक्तों से प्रेरणा मिली है, इसलिए मैने शादी नहीं की। शादी कर लेता तो जनता की सेवा नहीं कर पाता। इसलिए मैंने शादी नहीं करने का मन बनाया। मैं मंदिर में रहता हूं जहां मुझे ऐसी सुख-शांति मिलती है, जिसके लिए लखपपति लोग भी तरसते हैं।