बरेली। पूरे देश में गाय को लेकर सियासत हो रही है। ऐसे में बरेली के कुछ समाजसेवी लोग गाय को संप्रदाय विशेष से जो़डने वालों को मुंह चि़ढाते से लगते हैं। उन्होंने एक लावारिस गाय का अंतिम संस्कार किया। यह गाय किला इलाके में काफी देर से मरी प़डी थी, लेकिन उसके अंतिम संस्कार के लिए न तो कोई गौरक्षक सामने आया और न नगर निगम। नगर निगम को फोन पर कई बार सूचना भी दी गई, लेकिन उसने इसे अनसुना कर दिया।द्धर्द्बय्द्य त्र्र् ख्य्द्भकिला इलाके के बीबीएल स्कूल के पास गाय काफी दिनों से बीमार घूम रही थी, लेकिन उसकी सुध किसी ने नहीं ली। जबकि इस इलाके में दोनों ही धर्मों के लोग रहते हैं, लेकिन किसी ने भी उसकी सुध नहीं ली। मानो गाय सेवा के लिए नहीं सियासत के लिए बनी है। लिहाजा गत दिनों उसकी मौत हो गई। जब लोगों को लगा कि अब यह बदबू करेगी तो उन्हें होश आया और वो इसे ठिकाने लगाने के जतन करने लगे। सबसे पहले उन्होंने नगर निगम को इसकी सूचना दी, लेकिन वहां से घंटों इंतजार के बाद भी कोई नहीं आया। इस बारे में जब समाज सेवा मंच के अध्यक्ष नदीम शम्सी को पता चला तो वो अपनी टीम के साथ वहां पहुंचे और गाय का अंतिम संस्कार किया। उन्होंने कहा कि अगर समय से उन्हें सूचना दी जाती तो वो इलाज कराने का भी प्रयास करते। उन्होंने अपील की है कि कहीं भी अगर लावारिस गाय मरी मिलती है तो उनको सूचना दी जाए। जिससे गाय का अंतिम संस्कार किया जा सके। इस नेक काम में उनके साथ सलमान शम्सी, महबूब रहमान, मो. शहवाज, चंद्र प्रकाश आदि ने भी मदद की।
मुस्लिमों ने किया गाय का अंतिम संस्कार
मुस्लिमों ने किया गाय का अंतिम संस्कार