पटना। बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार के खिलाफ बुधवार को एक और नया खुलासा करते हुए कहा कि कुमार राकेश रंजन को विधान पार्षद बनाने के एवज में उन्होंने पटना शहर की करो़डों रुपए मूल्य की जमीन अपने दो पुत्रों तेजप्रताप यादव एवं तेजस्वी प्रसाद यादव के नाम वसीयत करवा ली। मोदी ने यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राजद अध्यक्ष ने पहले मोहम्मद शमीम को विधान परिषद् का सदस्य बनाने के लिए उनसे प्लॉट लिखवाया। इसके बाद रंजन से भी दो बार विधान पार्षद बनाने के एवज में पटना शहर की करो़डों रुपए मूल्य की जमीन अपने पुत्र तेजस्वी प्रसाद यादव और तेज प्रताप यादव के नाम वसीयत करवा ली। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि रंजन को राजद अध्यक्ष ने वर्ष १९९९ से २००६ तक दो बार विधान पार्षद बनावाया और उसके एवज में मोहम्मद शमीम की तरह ही पटना के दो प्लॉट का पहले पॉवर ऑफ अटार्नी तथा फिर वसीयत के माध्यम से मालिक बन बैठे। उन्होंने कहा कि राजद अध्यक्ष और उनके परिवार के लिए १२ मई २००५ सौगात लेकर आया था।मोदी ने कहा कि १२ मई २००५ को ही केवल मोहम्मद शमीम ने ही नहीं बल्कि रंजन ने पहले राजद अध्यक्ष की पत्नी राब़डी देवी को पॉवर ऑफ अटार्नी के माध्यम से दो प्लॉट का मालिक बना दिया तथा उसी दिन उनके पुत्र तेजस्वी और तेज प्रताप को जमीन की वसीयत भी कर दी। उन्होंने कहा कि रंजन ने अकेले वसीयत नहीं की बल्कि मोहम्मद शमीम की पत्नी सोफिया तब्बुस्म के समान रंजन की पत्नी ने भी तेजस्वी और तेज प्रताप को वसीयत कर दी। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुखद संयोग है कि मोहम्मद शमीम और रंजन ने स्वयं तथा अपनी पत्नी के नाम एक ही वर्ष १९९४ में एक ही परिवार डॉ. रामाश्रय यादव से जमीन लिखवाई और यादव ने दोनों को ही विधान पार्षद बनवाया। उन्होंने कहा कि मोहम्मद शमीम और रंजन ने एक ही दिन श्रीमती राब़डी देवी को स्वयं और उनकी पत्नी के चार प्लॉट की पॉवर ऑफ अटार्नी दे दी। मोदी ने कहा कि राजद अध्यक्ष की पत्नी उन चारों प्लॉट को अब अपनी सम्पत्ति बता रही हैं और चुनाव आयोग को दिए अपने शपथ पत्र में उसका उल्लेख भी किया है। रंजन और मोहम्मद शमीम ने अपनी और पत्नी की चार प्लॉट एक ही दिन तेजस्वी तथा तेज प्रताप को भी वसीयत कर दी। मोहम्मद शमीम के दस्तावेजों पर रंजन गवाह हैं और रंजन के दस्तावेजों पर मोहम्मद शमीम गवाह हैं। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि आखिर क्यों रंजन और उनकी पत्नी सीमा वर्मा ने अपनी एक मात्र संतान को करो़डों रुपए के दो प्लॉट वसीयत करने के बजाय तेजस्वी और तेज प्रताप को वसीयत कर दी?
‘लालू ने राकेश से भी विधान पार्षद बनाने के बदले ली करोड़ों की जमीन’
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