नई दिल्ली। रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने डोकलाम में भारत-चीन के बीच तनातनी का मसला सुलझने की अहमियत पर बयान देने से इन्कार करते हुए कहा कि यह एक संवेदनशील मुद्दा है और सरकार पहले ही अपना रुख साफ कर चुकी है। रक्षा मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे जेटली से जब पूछा गया कि डोकलाम में गतिरोध का सुलझना क्या भारत के लिए ब़डी उपलब्धि है, इस पर उन्होंने कहा, मुद्दे की संवेदनशीलता देखते हुए बार-बार बयान देने की जरूरत नहीं है। थलसेना की ल़डाकू क्षमता ब़ढाने के लिए बल में ब़डे सुधार करने के सरकार के फैसले का ऐलान करते हुए जेटली ने कहा कि इस कवायद का किसी खास घटना से कोई संबंध नहीं है।
डोकलाम जैसे संवेदनशील मुद्दे पर बार-बार बयान देने की जरूरत नहीं : जेटली
डोकलाम जैसे संवेदनशील मुद्दे पर बार-बार बयान देने की जरूरत नहीं : जेटली