चंडीगढ़। यौन शोषण केस में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम पर 25 अगस्त को आने वाले कोर्ट के फैसले के मद्देनजर हरियाणा, पंजाब सहित कई राज्यों में हाई अलर्ट किया गया है। राज्य पुलिस की मांग पर गृह मंत्रालय ने सीआरपीएफ के 9700 जवान भेजे हैं। वहीं, आईबी रिपोर्ट की माने तो फरीदकोट में डेरा समर्थकों ने घर की छतों पर भारी मात्रा में पेट्रोल, डीजल और काफी नुकीले हथियार जमा कर लिए हैं। यदि फैसला डेरा प्रमुख के खिलाफ जाता है, तो वे भारी उपद्रव कर सकते हैं। आईबी रिपोर्ट के मुताबिक, यदि पंचकूला की स्पेशल सीबीआई कोर्ट का फैसला डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के खिलाफ रहता है, तो डेरे से जुड़े लोग पंजाब के फरीदकोट और आसपास के इलाकों में सरकारी संपत्ति और वाहनों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर सकते हैं। रिपोर्ट के आधार पर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त करने और अनुयायियों पर कड़ी नजर रखने का निर्देश है। एसपी सहित सभी पुलिस अधिकारियों को अलर्ट किया गया है। हरियाणा सरकार ने सभी जिलों में धारा 144 लागू कर दी है। इसके बाद भी हजारों की संख्या में डेरा समर्थकों को जुटना शुरू हो गया है पुलिस ने बताया कि जरुरत पड़ने पर चंडीगढ़ क्रिकेट स्टेडियम को अस्थाई जेल के रूप में तब्दील कर दिया जाएगा. अतिरिक्त मुख्य सचिव राम निवास ने कहा कि सुरक्षा बलों को दूसरे राज्यों से लगने वाली सीमा के इलाकों में तैनात किया गया। कानून और व्यवस्था में बाधा पहुंचाने पर किसी को नहीं छोड़ा जाएगा। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हालात बिगड़ने के डर से फतेहाबाद जिले में 25 और 26 अगस्त को होने वाली कई शादियों की तारीख बदल दी गई है। कई लोगों के यहां तो शादियों के कार्ड तक बंट चुके थे।
ज्ञातव्य है कि हरियाणा के पंचकुला में सीबीआई कोर्ट यौन शोषण केस में 25 अगस्त को फैसला देगी, जिसमें डेरा सच्चा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह आरोपी हैं। इस मामले की सुनवाई 2007 से चल रही है। गुरमीत राम रहीम के कई राज्यों में लाखों अनुयाई हैं। उन पर उनकी पूर्व महिला अनुयायी ने डेरा शिविर में कई बार रेप किए जाने का आरोप लगाया है। यह डेरा शिविर हरियाणा के सिरसा के बाहरी इलाके में है, जो चंडीगढ़ से 260 किमी दूर है।
राम रहीम के समर्थकों के कारण माहौल तनावपूर्ण
राम रहीम के समर्थकों के कारण माहौल तनावपूर्ण