नई दिल्ली। इस साल तीर्थयात्री नाथुला दर्रे से मानसरोवर यात्रा कर सकते हैं। पिछले साल डोकलाम गतिरोध के आलोक में चीन द्वारा प्रतिकूल माहौल का हवाला देने के चलते यह दर्रा बंद था। विदेश मंत्रालय ने आठ जून से प्रारंभ होने वाली चार माह की इस यात्रा के लिए पंजीकरण प्रक्रिया के शुभारंभ की घोषणा की। उसने कहा कि यात्रा के दो मार्ग हैं। उसने कहा, (उत्तराखंड के) लिपुलेख दर्रे वाले मार्ग में कुछ ट्रैकिंग करनी प़डती है और इस मार्ग से यात्रा पर प्रति व्यक्ति करीब १.६ लाख रुपए खर्च आने का अनुमान है। नाथुला दर्रे वाला मार्ग वाहन चलने लायक है तथा वरिष्ठ नागरिकों के लिए अनुकूल है जो कष्टसाध्य ट्रैकिंग करने में असमर्थ हैं। नाथुला दर्रे वाले मार्ग पर प्रति व्यक्ति करीब दो लाख रुपए का खर्च आएगा और इस यात्रा की अवधि २१ दिन होगी जिसमें तीन दिन तैयारी के लिए दिल्ली में बिताना होगा। चीन ने पिछले साल डोकलाम में भारत के साथ सैन्य गतिरोध के बाद नाथुला दर्रे से यात्रा रोक दी थी। मंत्रालय ने कहा कि इस यात्रा का आवेदक पहली जनवरी, २०१८ को १८ से ७० साल के बीच का हो। पंजीकरण की आखिरी तारीख २३ मार्च, २०१८ है।
कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए पंजीकरण शुरु, नाथुला और लिपुलेख दर्रे से होगी यात्रा
कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए पंजीकरण शुरु, नाथुला और लिपुलेख दर्रे से होगी यात्रा