कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर से शुरू हुई एक चर्चा आज सोशल मीडिया पर काफी सुर्खियां बटोर रही है। कोई इसे हकीकत बता रहा है तो कोई नकार रहा है। अब तक हजारों लोग उसका जिक्र कर चुके हैं। दरअसल इस कथित घटना या चर्चा का संबंध एक ठगी से है। कहा जा रहा है कि एक ठग ने कुत्ते को इस तरह छुपाकर पेश किया कि उसने बकरे के मालिक को कुत्ता थमा दिया और उसका बकरा लेकर गायब हो गया।
चूंकि बुधवार को बकरीद थी। इससे पहले कानपुर की बकरामंडी में दूर-दूर से लोग बकरे बेचने आए थे। यहां एक युवक जाजमऊ चुंगी स्थित मंडी में अपने तीन बकरे लेकर आया। उस रोज यहां काफी भीड़ थी। उसने बकरों को रस्सी से बांध रखा था। उसी दौरान एक शख्स आया। उसने युवक को बकरे की जगह काले रंग के कुत्ते की रस्सी थमा दी और खुद उसका बकरा लेकर ओझल हो गया।
युवक को भी हकीकत तब मालूम हुई जब कुत्ता भौंका। फिर युवक को पता चला कि जिसे वह अब तक बकरा समझकर बेचने की उम्मीद लगाए बैठा था, वह तो काले रंग का कुत्ता है। उसने ठग को ढूंढ़ने की कोशिश की लेकिन वह नहीं मिला। इस घटना की काफी चर्चा हो रही है। कई जगह यह दावा किया जा रहा है कि ठग ने काले कुत्ते को खूब सजा रखा था। उसके चेहरे का काफी शृंगार किया हुआ था। इस वजह से वह दिखने में हूबहू बकरा लग रहा था। भीड़ में किसी ने उस पर शक नहीं किया।
जब कुत्ता भौंका तो उसके मुंह से यह आवाज सुन युवक चकित रह गया। उसने गौर से देखा तो मालूम हुआ कि वह ठगी का शिकार हो गया है। यह भी कहा जा रहा है कि इस घटना की पुलिस को जानकारी दी गई, लेकिन जब पुलिस आई तो वहां कोई नहीं मिला। इसलिए यह शक जताया जा रहा है कि घटना कोरी अफवाह है। इस पर लोगों ने हैरानी जताई तो ठहाके भी लगाए, लेकिन इसमें एक सबक भी है, क्योंकि अक्सर भीड़ वाली जगहों पर असामाजिक तत्व लोगों को ठगने के लिए कई हथकंडे अपनाते हैं। ऐसे में सावधानी बहुत जरूरी है।
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