जख्मी जूतों के ‘डॉक्टर’ नरसी को मिल ही गया अस्पताल, महिंद्रा बने मददगार

जख्मी जूतों के ‘डॉक्टर’ नरसी को मिल ही गया अस्पताल, महिंद्रा बने मददगार

jakhmi juto ka aspatal

जींद/भाषा। जींद में जूतों के डॉक्टर के नाम से मशहूर नरसी को जख्मी जूतों के लिए नया अस्पताल मिल गया है। महिंद्रा एडं महिंद्रा ग्रुप के अध्यक्ष आनंद महिंद्रा ने सभी व्यवस्थाओं से लैस एक फोल्डिंग शॉप भेजी है जिसमें नरसी ने अपना काम शुरू कर दिया है और अब वह काफी खुश हैं। नरसी का कहना है कि इससे उनकी आमदनी बढ़ जाएगी। वह शहर के पटियाला चौक पर जख्मी जूतों का इलाज करते हैं।

गौरतलब है कि पिछले दिनों उनकी दुकान पर लगे बैनर को देखकर महिंद्रा एंड महिंद्रा ग्रुप के अध्यक्ष आनंद महिंद्रा ने सूचना प्रौद्योगिकी के विद्यार्थियों को नरसी से प्रेरणा लेने को कहा था। इसके बाद उन्होंने जूतों का विशेष अस्पताल बनवाने के लिए ट्वीट किया था। मोची का काम करने वाले नरसी ने अपनी दुकान के बैनर पर लिख रखा था, जख्मी जूतों का अस्पताल, पटियाला चौक, जींद, डॉक्टर नरसी राम। हमारे यहां जूते-चप्पलों का इलाज जर्मन तकनीक से किया जाता है। अमेरिका के सिवाय हमारी कोई ब्रांच नहीं है।

उन्होंने इस पर बाकायदा ओपीडी और भोजनावकाश का समय भी लिख रखा था। नरसी की इस प्रचार शैली से महिन्द्रा काफी प्रभावित हुए थे। इसके बाद से लोगों की नजर नरसी को महिंद्रा ग्रुप की तरफ से मिलने वाले अस्पताल पर थी। अब नरसी का यह सपना पूरा हो गया है। नरसी ने महिंद्रा ग्रुप के अध्यक्ष का धन्यवाद किया है।

नरसी ने महिंद्रा से अपने बेटे को कंपनी में नौकरी देने और मकान बनवाने की भी गुहार लगाई है। इस पर महिंद्रा ने नरसी को आश्वासन दिया कि जल्द ही वह उनके मकान के लिए और बेटे को महिंद्रा ग्रुप की तरफ से सहायता देंगे। जख्मी जूतों के डॉक्टर नरसी के लिए महिंद्रा ग्रुप ने मुंबई के स्टूडियो कैंप में शॉप का निर्माण कराया।

अस्पताल में नरसी समेत चार लोगों के बैठने और जूते रखने की जगह है। यह फुल फोल्डिंग है। इसके अंदर दो बेंच, एक कनोपी के साथ जूते, चप्पल रखने के लिए रैक की सुविधा है। अस्पताल के बाहर कनोपी लगाकर नरसी जूतों का आसानी से इलाज कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त नरसी को अस्पताल में जूतों के इलाज से लेकर भर्ती करने तक की सुविधाएं दी गई हैं। नरसी ने कहा कि इस दुकान से उनके काम को अलग पहचान मिलेगी। अब वह बरसात, गर्मी और सर्दी में आसानी से बिना किसी परवाह के अपना काम कर सकेंगे।

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