रब ने बना दी जोड़ी: 2 फीट के अब्दुल और तरन्नुम बने हमसफर, बिना दहेज हुई शादी

रब ने बना दी जोड़ी: 2 फीट के अब्दुल और तरन्नुम बने हमसफर, बिना दहेज हुई शादी

groom abdul and bride tarannum

लखनऊ/दक्षिण भारत डेस्क। कहते हैं कि जोड़ियां तो आसमान में ही बनती हैं। उत्तर प्रदेश के शामली जिले में हुई एक शादी को देख लोगों का इस कहावत पर भरोसा और बढ़ गया है। यहां झिंझाना थाना क्षेत्र के गांव अंबेहटा रिन्दान में बारात लेकर आए दूल्हे अब्दुल कलाम (24) की लंबाई दो फीट थी। वहीं दुल्हन तरन्नुम (27) अपने शौहर से सिर्फ एक इंच लंबी है। आसपास के इलाकों में यह शादी खूब चर्चा में है। फेसबुक पर दूल्हा-दुल्हन की तस्वीरें पोस्ट कर लोग उन्हें बधाइयां दे रहे हैं।

इस मौके पर दोनों ही परिवारों में खूब हंसी-खुशी का माहौल था। बताया गया कि मुजफ्फरनगर जिले के गांव छतैला निवासी दूल्हा अब्दुल कलाम के लिए रिश्ता खोजने में परिवार को काफी मशक्कत करनी पड़ी। उनके कद की वजह से काफी ढूंढ़ने पर भी कहीं रिश्ता नहीं हो रहा था। इसके बाद खुशकिस्मती से किसी ने अब्दुल के परिजनों को तरन्नुम के बारे में बताया, तो लगा कि यहां उनकी तलाश पूरी हो जाएगी।

यही हुआ और दोनों परिवार रिश्ते के लिए मान गए। इसके बाद अब्दुल दूल्हा बने और बारात लेकर तरन्नुम के घर आए। आसपास के सैकड़ों लोग इस शादी के गवाह बने। शादी में खास बात यह रही कि दूल्हे ने किसी किस्म का दहेज नहीं लिया। तरन्नुम को अब्दुल सिर्फ शादी के जोड़े में ही अपने घर ले गए। बारात में भी चुनिंदा लोग ही थे।

ग्रामीणों ने बताया कि तरन्नुम की मां जरीफे का ससुराल मुजफ्फरनगर के गांव भनवाड़ा में है। जरीफे के पति का देहांत होने के बाद वे कई वर्षों से अपने मायके अंबेहटा रिन्दान में ही रहती हैं। उनके दो बेटों की लंबाई सामान्य है, जबकि बेटी तरन्नुम की लंबाई नहीं बढ़ी। इसका काफी इलाज कराया था, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। वहीं अब्दुल भी सामान्य परिवार से हैं। उनके पिता मुस्तकीम मजदूरी करते हैं।

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