श्रीनगर/भाषाराष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आतंकवाद को वित्तपोषण मामले में लाल बाजार में भगो़डा कारोबारी और हिज्बुल मुजाहिद्दीन के आतंकवादी नासिर सफी मीर और उसके परिवार के तीन घरों पर छापा मारा। अधिकारियों ने बताया कि मीर (४८) पर हुर्रियत के नेताओं को वित्तीय मदद देने का आरोप है और माना जाता है कि जमानत पर बाहर होने के बाद वह देश से भाग गया। एनआईए द्वारा फिर से मामला दर्ज किए जाने के तकरीबन १० महीने बाद छापा मारा गया है।फिलहाल छापे का विवरण उपलब्ध नहीं है क्योंकि एनआईए की टीम तीनों जगहों से दस्तावेज जमा करने में जुटी है। जम्मू-कश्मीर पुलिस और अर्द्धसैन्य बल के कर्मी भी एनआईए की मदद कर रहे हैं। एनआईए जांच में शायद इसका भी पता लगाया जाएगा कि मीर उर्फ बाबुल ने दक्षिणी राज्य से किस तरह पासपोर्ट हासिल किया। नेपाल में इसका इस्तेमाल करते हुए वह अक्टूबर २००८ में यूरोप गया था।आरोप है कि उत्तरी कश्मीर के निवासी मीर ने कालीन के कारोबार और मुद्रा विनिमय व्यापार का इस्तेमाल करते हुए कश्मीर में अलगाववादी नेताओं को हवाला के जरिए धन मुहैया कराया था। दिल्ली पुलिस के एलिट स्पेशल सेल ने लाजपत नगर से उसे गिरफ्तार किया था। पुलिस ने उसके पास से ५५ लाख रुपए नकद और विस्फोटक सामग्री जब्त की थी।
आतंकवाद के वित्त पोषण मामले में कारोबारी, पर एनआईए का छापा
आतंकवाद के वित्त पोषण मामले में कारोबारी, पर एनआईए का छापा