उप्र ने बनाया गिनीज विश्व रिकॉर्ड, वृक्षारोपण महाकुंभ में लगाए 22 करोड़ पौधे

उप्र ने बनाया गिनीज विश्व रिकॉर्ड, वृक्षारोपण महाकुंभ में लगाए 22 करोड़ पौधे

लखनऊ/भाषा। भारत छोड़ो आंदोलन की 77वीं वर्षगांठ पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में वृक्षारोपण महाकुम्भ के अंतर्गत प्रयागराज स्थित परेड ग्राउण्ड में निशुल्क पौध वितरित किए जाने के कार्यक्रम में छह घण्टे में एक ही स्थल पर 76,823 निशुल्क पौधे वितरित कर विश्व रिकॉर्ड बनाया गया। इस उपलब्धि को गिनीज विश्व रिकॉर्ड में शामिल किया गया है।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कुम्भ के बाद उनका प्रयागराज आगमन हो रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आज एक नहीं चार रिकॉर्ड बने हैं, जो अपने आप में ऐतिहासिक हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में एक घंटे में (सुबह 9 से 10 बजे तक) पांच करोड़ पौधारोपण कर कीर्तिमान स्थापित किया गया है।

उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा जनपद कासगंज में शुभारम्भ किए गए पौधारोपण कार्यक्रम में एक ही स्थान पर एक लाख एक हजार पौधे लगाए गए। साथ ही, प्रयागराज में एक निश्चित समयावधि में एक ही स्थान पर 76,823 पौध वितरण कर विश्व में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया गया है तथा पूरे प्रदेश में वृक्षारोपण महाकुम्भ के तहत अभी तक लगभग 22 करोड़ से अधिक पौधे लगा दिए गए हैं।

योगी ने प्रदेश में विश्व कीर्तिमान स्थापित करने में सहयोग करने वाले व्यक्तियों, अधिकारियों, कर्मचारियों, विभागों व संस्थाओं को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि प्रयागराज में हजारों की संख्या में निशुल्क पौध वितरण किया गया, जिसमें स्कूली बच्चों, संस्थाओं व जन सामान्य ने बड़े उत्साह के साथ भाग लेकर अपना मूल्यवान सहयोग दिया।

उन्होंने कहा कि पौधारोपण का कार्य सफलतापूर्वक कर लिया गया है और अब हमें रोपित किए पौधे को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी निभानी है। उन्होंने कहा कि वन है तो जीवन है, इस सिद्धान्त को हमें हमेशा ध्यान में रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रयागराज में एक से एक विराट आयोजन हो चुके हैं, जो दूसरों को बड़े आयोजन करने की सीख दे रहे हैं।

उन्होंने कहा कि वृक्ष लोगों को जीवन प्रदान करते हैं, इसलिए हम सबको पौधे लगाकर आने वाली पीढ़ी को स्वच्छ वातावरण देना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगले वर्ष इससे भी अधिक वृक्ष लगाए जाने का लक्ष्य रखा गया है और ऐसे वृक्षों का चयन किया जा रहा है, जो 100 वर्ष से अधिक के हो चुके हैं, उनको संरक्षण प्रदान कर दर्शनीय स्थल के रूप में विकसित किया जायेगा।

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने लोगों को संबोधित करते हुए वृक्षों के महत्व के बारे में बताया और कहा कि पर्याप्त मात्रा में वन होने से वर्षा समय से होती है। जीवन के लिए जल जरूरी है और जल के लिए वृक्ष जरूरी हैं।

About The Author: Dakshin Bharat