नई दिल्ली/भाषा। भारत में कोरोना वायरस के 45,083 नए मामले आने से संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 3,26,95,030 पर पहुंच गई जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या में लगातार पांचवें दिन वृद्धि दर्ज की गई।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के रविवार को सुबह आठ बजे तक अद्यतन आंकड़ों के अनुसार 460 और मरीजों के संक्रमण के कारण जान गंवाने से मृतकों की संख्या बढ़कर 4,37,830 हो गई। उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 3,68,558 हो गई जो संक्रमण के कुल मामलों का 1.13 प्रतिशत है। कोविड-19 से स्वस्थ होने वाले लोगों की राष्ट्रीय दर 97.53 प्रतिशत दर्ज की गई।
मंत्रालय ने बताया कि पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 8,783 मामलों की वृद्धि हुई है। शनिवार को कोविड-19 का पता लगाने के लिए 17,55,327 नमूनों की जांच की गई और इसके साथ ही अब तक जांच किए गए नमूनों की संख्या 51,86,42,929 पर पहुंच गई है।
आंकड़ों के मुताबिक, संक्रमण की दैनिक दर 2.57 फीसदी दर्ज की गई। पिछले 34 दिनों से यह तीन प्रतिशत से कम रही है। साप्ताहिक संक्रमण दर 2.28 प्रतिशत दर्ज की गई है। पिछले 65 दिनों से यह तीन प्रतिशत से कम रही है। इस बीमारी से उबरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 3,18,88,642 हो गई है जबकि मृत्यु दर 1.34 प्रतिशत है।
देश में रविवार सुबह तक कोविड-19 रोधी टीकों की कुल 63.09 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं। पिछले 24 घंटों में कोविड-19 रोधी टीकों की 73.8 लाख से अधिक खुराक दी जा चुकी हैं।
देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवम्बर को 90 लाख के पार चले गए। देश में 19 दिसम्बर को ये मामले एक करोड़ के पार, चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।
मंत्रालय ने बताया कि देश में जिन 460 और मरीजों ने जान गंवाई है उनमें से 153 लोगों की मौत केरल में और 126 लोगों की मौत महाराष्ट्र में हुई। देश में अभी तक इस महामारी से 4,37,830 मरीजों की मौत हो चुकी है जिनमें से 1,37,026 की महाराष्ट्र में, 37,261 की कर्नाटक, 34,856 की तमिलनाडु, 25,080 की दिल्ली, 22,807 की उत्तर प्रदेश, 20,466 की केरल और 18,417 लोगों की मौत पश्चिम बंगाल में हुई।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।