अमित शाह के स्वागत के लिए 'कमलमय' होगा जयपुर

5 दिसंबर को 40 हजार कार्यकर्ता करेंगे अगवानी


नई दिल्ली/दक्षिण भारत। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 5 दिसंबर को जयपुर आ रहे हैं जिनके स्वागत को लेकर भाजपा के नेता व कार्यकर्ता उत्साहित हैं। इसी सिलसिले में शाह के भव्य स्वागत की तैयारियां की जा रही हैं। इसकी कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारियां दी गई हैं। 

'कमल' से केंद्र की सत्ता में दोबारा वापसी करने वाली भाजपा के लिए 2023 के राजस्थान विधानसभा चुनाव में 'कमल' खिलाना असल चुनौती है। यहां शाह का स्वागत कमल के फूलों से किया जाएगा। करीब 40 हजार लोग उनकी अगवानी करेंगे। इस दौरान राजस्थान की रंग-बिरंगी संस्कृति की झलक दिखेगी।

केंद्रीय गृह मंत्री शाह यहां भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति और जनप्रतिनिधि सम्मेलन को संबोधित करेंगे। उनके स्वागत को भव्य और यादगार बनाने के लिए भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं ने कमर कस ली है। इसके लिए तैयारियां जोरों पर हैं।

जयपुर हवाईअड्डे से सीतापुरा जेईसी कन्वेंशन सेंटर तक 40 हजार लोग स्वागत के लिए जुटेंगे। इस अवसर पर लोक कलाकार भी प्रस्तुति देंगे। 

प्रदेशाध्यक्ष कर रहे बैठक
शाह के स्वागत के लिए महिला मोर्चा की पांच हजार कार्यकर्ता भी मौजूद रहेंगी। लाल चूंदड़ी धारण किए ये कार्यकर्ता केंद्रीय गृह मंत्री पर कमल, गुलाब और गेंदे के फूल बरसाएंगी। स्वागत कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया नेताओं व कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर रहे हैं और सुझाव दे रहे हैं। 

शाह के रोड शो और कार्यक्रमों के लिए भाजपा ने कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी है। इसी क्रम में स्वागत अभियान प्रभारी का जिम्मा श्रवण सिंह बगड़ी को सौंपा गया है। 

कार्यक्रम निर्धारित
शाह के स्वागत के लिए कार्यक्रम निर्धारित हो चुका है। पांच दिसंबर को सुबह 10.30 बजे शाह के हवाईअड्डा पहुंचने के बाद वहां पांच हजार कार्यकर्ता उनकी अगवानी करेंगे। हवाईअड्डे से बाहर निकलने पर 51 पंडित शंख बजाएंगे और मंत्रोच्चार करेंगे। इसके बाद युवा मोर्चे के 300 मोटरसाइकिल सवार कार्यकर्ता केंद्रीय गृह मंत्री के काफिले के साथ चलेंगे।

जेईसीसी कन्वेंशन सेंटर तक पूरा रास्ता भाजपामय बनाया जाएगा। इसके लिए बड़े होर्डिंग लगेंगे। भाजपा के झंडे लहराए जाएंगे। साथ ही भाजपा और उससे जुड़े विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ता मानव शृंखला बनाकर शाह पर पुष्पवर्षा करेंगे। इनमें गुलाब और गेंदे के साथ कमल के फूल शामिल होंगे।

​रंग-बिरंगी संस्कृति की झलक
स्वागत समारोह में रीको सर्किल राज्य की ​रंग-बिरंगी संस्कृति का साक्षी होगा। यहां विभिन्न कलाकार प्रस्तुति देंगे। यहां से जेईसीसी तक करीब आठ हजार कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे। रास्ते में कई जगह शाह के स्वागत के लिए हिंदी और राजस्थानी में पंक्तियां लिखी होंगी।

जनप्रतिनिधियों से चर्च
शाह दोपहर एक बजे जेईसीसी में प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में भाग लेंगे। यहां उनके संबोधन के अलावा पार्टी के ​विभिन्न कार्यक्रमों पर चर्चा होगी। फिर जनप्रतिनिधि सम्मेलन में सांसदों से लेकर विधायक, पंचायत आदि के प्रतिनिधि शिरकत करेंगे। 

'मिशन 2023' की तैयारी
शाह का जयपुर आगमन भाजपा के 'मिशन 2023' की कड़ी में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। साल 2018 में भाजपा ने राज्य में सत्ता गंवाई थी, जिसके बाद कांग्रेस ने वापसी की। हालांकि 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने राज्य की सभी सीटों पर जीत दर्ज करते हुए बढ़त के साथ केंद्र में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई।

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