जिन्हें चरणामृत तक नहीं पीना आता था, वे भी आज चंदन लगाकर भाषण दे रहे हैं: नड्डा

'हमारे पास सुशासन है, विपक्षियों के पास कुशासन है'


बस्ती/दक्षिण भारत। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोमवार को उत्तर प्रदेश के बस्ती में जनसभा को संबोधित करते हुए विपक्ष पर खूब शब्दबाण छोड़े। उन्होंने कहा कि जन विश्वास यात्रा जो उत्तर प्रदेश में 6 स्थानों से शुरू हुई थी, इसका आज समापन हो रहा है। करीब 403 विधानसभा क्षेत्रों से घूमते हुए, 4 करोड़ से भी ज्यादा लोगों से संपर्क करते हुए आज यह यात्रा समापन की ओर बढ़ी है। यात्रा को पूरे प्रदेश में बड़ा जनसमर्थन मिला है।

नड्डा ने कहा कि क्या अखिलेश, मायावती जनविश्वास यात्रा निकालने की हिम्मत कर सकते हैं? यही भाजपा और अन्य दलों की संस्कृति का अंतर है। जो कहा था, वो किया है और जो कहेंगे, वो करेंगे, यह ताकत भाजपा में है।

नड्डा ने कहा कि भाजपा ने लोगों को जोड़ा है, विपक्ष ने लोगों को बांटा है। हमने लोगों को कहा सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास। उन्होंने लोगों को धर्म पर बांटा, उनको जिन्ना की जरूरत पड़ गई।

नड्डा ने कहा कि जो वोटबैंक की राजनीति करते थे, उनकी आज हालत खराब है। क्योंकि वोटबैंक की राजनीति को नरे मोदी ने समाप्त कर दिया और विकासवाद को लेकर आए हैं।जातिवाद, क्षेत्रवाद, वंशवाद, तुष्टीकरण से सभी अब धराशायी हो गए हैं।

नड्डा ने कहा कि चुनाव में हम अपना रिपोर्ट कार्ड लेकर जा रहे हैं। हमारे पास सुशासन है, विपक्षियों के पास कुशासन है। हम कहते हैं गुड गवर्नेंस, वो कहते हैं बैड गवर्नेंस। उत्तर प्रदेश में अब फर्क साफ दिखता है। अब योजनाओं का पैसा सीधे लोगों के बैंक खाते में जाता है। अखिलेश यादव के समय में पैसा सीधा उनके ही खाने के लिए जाता था।

नड्डा ने कहा कि अखिलेश सरकार ने युवाओं को लैपटॉप देने का वादा किया था। इसके लिए 15 लाख लैपटॉप खरीदे, लेकिन बंटे सिर्फ 6.25 लाख, बाकी लेपटॉप कहां गए? योगी आदित्यनाथ की सरकार ने युवाओं को 1 लाख लैपटॉप व स्मार्ट फोन बांटे हैं, आगे चलकर 1 करोड़ युवाओं को लेपटॉप व स्मार्ट फोन दिए जाएंगे।

नड्डा ने कहा कि अखिलेश यादव ने 15 आतंकियों को बचाने के लिए उनके मुकदमे वापस लिए थे। लेकिन कोर्ट ने इसकी इजाजत नहीं दी। बाद में उनमें से 4 को सजा-ए-मौत और बाकी को आजीवन कारावास हुआ। क्या आतंकियों को बचाने वाली ऐसी सरकार आपको चाहिए?

नड्डा ने कहा कि भाजपा ने सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को आगे बढ़ाया, तो विपक्षी भी घंटी बजाने को मजबूर हुए। जिन्होंने कभी आचमन करना नहीं सीखा, जिन्हें चरणामृत तक नहीं  पीना आता था, वे भी आज चंदन लगाकर भाषण दे रहे हैं।

नड्डा ने कहा कि योगी सरकार ने 1.40 लाख करोड़ रुपये गन्ना किसानों को भुगतान किया है। 11 हजार करोड़ रुपए पिछली अखिलेश की सरकार का बकया भुगतान किया है। मायावती की सरकार में 21 चीनी मिलें कौड़ियों के भाव बेच दी गईं और 18 चीनी मिले बंद हो गईं। अखिलेश यादव सरकार में 11 चीनी मिले बंद हो गई थीं। योगी आदित्यनाथ के शासन में तीन नई चीनी मिले शुरू हो गई हैं और 54 चल रही हैं।

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