जिस देश का युवा 'राष्ट्र प्रथम' की सोच के साथ आगे बढ़ने लगता है, उसे नहीं रोक सकती कोई ताकत: मोदी

अब देश की बेटियां सैनिक स्कूलों में एडमिशन ले रही हैं, सेना में महिलाओं को बड़ी जिम्मेदारियां मिल रही हैं


नई दिल्ली/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को यहां करियप्पा ग्राउंड में एनसीसी रैली को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। जब युवा देश इस तरह के ऐतिहासिक उत्सव का साक्षी बनता है तो उसके उत्सव में अलग ही उत्साह दिखता है। यह उत्साह आज इस मैदान पर भी दिखता है। यह भारत की उस युवा शक्ति के दर्शन हैं, जो हमारे संकल्पों को पूरा करेगी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि एनसीसी में मुझे जो प्रशिक्षण मिला और जो कुछ मैंने यहां सीखा, उससे मुझे अपनी जिम्मेदारियों को निभाने में काफी ताकत मिली है। हाल में, मुझे एनसीसी का पूर्व छात्र कार्ड भी मिला था।

प्रधानमंत्री ने कहा कि चूंकि देश मजबूत दृष्टि के साथ आगे बढ़ रहा है, हम एनसीसी को और सशक्त बनाने के लिए भी कदम उठा रहे हैं। एक उच्च स्तरीय समीक्षा समिति का गठन किया गया है। पिछले दो वर्षों में, हमने देश के सीमावर्ती क्षेत्रों में एक लाख नए कैडेट तैयार किए हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि अब देश की बेटियां सैनिक स्कूलों में एडमिशन ले रही हैं। सेना में महिलाओं को बड़ी जिम्मेदारियां मिल रही हैं। एयरफोर्स में देश की बेटियां फाइटर प्लेन उड़ा रही हैं। ऐसे में हमारा प्रयास होना चाहिए कि एनसीसी में भी ज्यादा से ज्यादा बेटियां शामिल हों।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज इस समय जितने भी युवक-युवतियां एनसीसी, एनएसएस में हैं, उसमें से ज्यादातर इस शताब्दी में ही पैदा हुए हैं। आपको ही भारत को 2047 तक लेकर जाना है।इसलिए आपकी कोशिशें, आपके संकल्प, उन संकल्पों की सिद्धि, भारत की सिद्धि होगी, भारत की सफलता होगी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस देश का युवा राष्ट्र प्रथम की सोच के साथ आगे बढ़ने लगता है, उसे दुनिया की कोई ताकत रोक नहीं सकती। आज खेल के मैदान में, भारत की सफलता भी इसका एक बड़ा उदाहरण है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ लोग हमारे समाज को कोसते हैं लेकिन इसी समाज ने दिखा दिया कि जब बात देश की हो तो उससे बढ़कर कुछ नहीं। जब सही दिशा मिले, सही उदाहरण मिले तो हमारा देश कितना कुछ करके दिखाता है, यह उसका उदाहरण है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि सभी युवा वोकल फॉर लोकल के अभियान में बहुत बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। अगर भारत के युवा ठान लें कि जिस चीज के निर्माण में किसी भारतीय का श्रम लगा है, किसी भारतीय का पसीना बहा, सिर्फ वही चीज इस्तेमाल करेंगे, तो भारत का भाग्य बदल सकता है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि नशा हमारी युवा पीढ़ी को कितना बर्बाद करता है, यह आप भली-भांति जानते हैं। इसलिए जिस स्कूल-कॉलेज में एनसीसी-एनएसएस हो, वहां ड्रग्स कैसे पहुंच सकती है? आप कैडेट के तौर पर खुद ड्रग्स से मुक्त रहें, साथ ही अपने कैम्पस को ड्रग्स से मुक्त करें।

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