जनता का पैसा दीवार में चुनवाने वालों के खिलाफ बुलडोजर चलाने का काम जारी रहेगा : योगी

भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में आयोजित किया संवाद कार्यक्रम


मथुरा/दक्षिण्ा भारत/ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को मथुरा के मांट विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में आयोजित संवाद कार्यक्रम में  जनता को सपा-बसपा व भाजपा के शासन का अंतर बताते हुए कहा कि राज्य में विकास भी  होगा और जनता के पैसे को दीवार में चिनवा देने वालों के खिलाफ बुलडोजर चलाने का काम भी जारी रहेगा। योगी ने अपने संबोधन की शुरुआत स्वरकोकिला एवं भारतरत्न लता मंगेशकर के निधन पर  उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि से की। उन्होंने कहा कि लताजी ने संस्कृति एवं परम्परा का पालन करते हुए भारत के संगीत को वैश्विक मंच पर स्थान दिलाने का कार्य किया। ईश्वर उन्हें चरणों में स्थान देकर सद्गति प्रदान करें। उन्होंने चुनावी वक्तव्य में जहां भाजपा सरकार के विकास कार्यों को गिनाया, तो वहीं मथुरा के कोसीकलां व जवाहरबाग और आगरा, मुजफ्फरनगर आदि में घटी घटनाओं का जिक्र करते  कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार में प्रदेश में छोटे-बड़े 700 दंगे हुए।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने पांच साल में 700 से अधिक तीर्थों का पुनरुद्धार किया जबकि सपा शासन में विकास सिर्फ कब्रिस्तानों की चारदीवारी तक सिमट कर रह गया था। उन्होंने कहा कि वह कहते हैं कि बुलडोजर चला रहे हैं। हमने कहा कि गरीबों का पैसा  छीनकर दीवारों में चिनवा देने वालों के खिलाफ एक हाथ से बुलडोजर चलना जारी रहेगा तो दूसरे हाथ से विकास के काम भी चलते रहेंगे।
योगी ने पिछली सरकारों की तुलना वर्तमान भाजपा सरकार से करते हुए कहा, उन दिनों गरीब, किसान, बेटी, महिला, व्यापारी, नौजवान आदि कोई भी सुरक्षित नहीं था। उन्होंने कहा, 'घर से बाहर जाने वाले के बारे में निश्चित नहीं रहता था कि वह भली प्रकार से लौट भी पाएगा, या नहीं। लेकिन आज हर बेटी सुरक्षित है। माताएं सुरक्षित हैं। गोमाता भी सुरक्षित  है। चहुंओर सुरक्षा का वातारण है। पिछली सरकारें सुरक्षा दे पाती, तो इतने दंगे नहीं होते। वे स्वयं ही सुरक्षा के लिए खतरा थे, लेकिन 2017 में जब भाजपा सरकार आई, तब इन स्थितियों में परिवर्तन हुआ। पहले  कानून-व्यवस्था सुदृढ़ न होने से निवेष भी मिलना दूभर था। तब, अराजकता थी, अनाचार था। अब विकास की बहार है। उस काल में 700 दंगे हुए, लेकिन पिछले पांच वर्षों में एक भी दंगा नहीं हुआ। 

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