उप्र की भलाई के लिए 'नकली' समाजवादियों, उनके साथियों का सत्ता से दूर रहना जरूरी: मोदी

'परिवारवादी सरकारों के लिए सत्ता शासन का माध्यम थी'


नई दिल्ली/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को जन चौपाल के माध्यम से उप्र के मथुरा, आगरा और बुलंदशहर के मतदाताओं को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने स्वर कोकिला लता मंगेशकर को नमन किया। 

प्रधानमंत्री ने कहा कि उप्र भारत का दिल है, धड़कन है। उप्र ने हमेशा देश को दिशा दिखाई है। आज फिर उप्र देश को नया रास्ता दिखा रहा है। उप्र के लोगों ने दो टूक कह दिया है कि धन-दौलत, बाहुबल, जातिवाद, संप्रदायवाद के दम पर भले कुछ लोग कितनी ही राजनीति कर लें लेकिन वो जनता का प्यार नही पा सकते।

जनता का आशीर्वाद तो उसे ही मिलेगा जो सेवा भावना से सेवक बनकर उप्र के लोगों की सेवा करेगा, लोगों का विकास करेगा। जो पहले सरकार में थे, उन्हें न तो आप लोगों की आस्था से मतलब रहा है और आप लोगों की जरूरतों से। उनका सिर्फ एक ही एजेंडा रहा है- उप्र को लूटो। उन्हें उप्र के विकास से कोई वास्ता नहीं हैं, उन्हें बस सरकार बनाने से मतलब रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछली सरकार में अपराधियों के हौसले इतने बुलन्द थे कि हाईवे पर गाड़ी रोक कर लूट-पाट की जाती थी। बीच हाईवे पर ही महिलाओं, बेटियों के साथ क्या होता था, बुलंदशहर के लोग अच्छी तरह जानते हैं। तब उत्तर प्रदेश में घरों-दुकानों पर अवैध कब्जे होना आम बात थी। लोग अपना घर छोड़कर पलायन को मजबूर होते थे। आगरा के दंगों में आरोपियों के सिर पर किसका हाथ था, यह आप भलीभांति जानते हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले की सरकारें भय निर्माण में जुटी थीं, भय निर्माण करना उनका काम था। हम भविष्य का निर्माण कर रहें हैं। अब रिकॉर्ड हाईवे भी बन रहे हैं और उन हाइवेज़ पर लोग निडर होकर सफर भी कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज उप्र में बहनें-बेटियां खुले दिल से कह रही कह रही हैं- पहले हमें घर से निकलने में लगता था डर, अब भाजपा राज में अपराधी कांपे थर-थर। पहले की सरकारों का एक और पसंदीदा खेल होता था। तिजोरियों को भरने का खेल, सब मिलकर खेलते थे, मिलकर खाते थे। आज ऐसे लोगों का पूरा खेल बिगड़ गया है। पहले परिवार ही सरकार थी, अब पूरा उप्र भाजपा सरकार का परिवार है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि परिवारवादी सरकारों के लिए सत्ता शासन का माध्यम थी। हमारे लिए सत्ता जनता की सेवा करने का रास्ता है। हम लगातार इसी उद्देश्य से काम कर रहे हैं। हमारी सरकार गांव, गरीब को सशक्त और समृद्ध बनाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है।

लेकिन आज दो साल के बाद भारत के प्रयासों से दुनिया सीख रही है। पिछले दो साल से प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के माध्यम से हमनें करोड़ों लोगों मुफ्त राशन पहुंचाया है। पिछले दो साल से पूरी दुनिया कोरोना महामारी से परेशान है। महामारी की शुरुआत में बहुत से लोगों ने कईं तरह की आशंकाएं जताई थीं। वो लोग सोचते थे कि कैसे हमारे गांव, हमारे गरीब इस महामारी से खुद को बचा पाएंगे।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इसका बहुत बड़ा लाभ उप्र के लोगों को हुआ है। गरीबों, दलितों और पिछड़ों को हुआ है और आज भी हो रहा है। पीएम आवास योजना के जरिए गरीब के सिर पर छत की चिंता भी दूर हो रही है। जिन गरीबों को घर नहीं मिला है, उन्हें भी घर मिले, इसके लिए इस बजट में सरकार ने करीब 50 हजार करोड़ रुपए की व्यवस्था भी की है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि सीएम योगी की सरकार दोबारा बनने के बाद गरीबों को घर देने का काम और तेजी से किया जाएगा। पिछले पांच साल में सीएम योगी की सरकार ने आगरा-मथुरा और बुलंदशहर में ही करीब 85 हजार घर बनाकर गरीबों को दिए हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि गरीब के घरों को लेकर नकली समाजवादियों का क्या रवैया रहा है, यह मैं आपको जरूर याद दिलाना चाहता हूं। आगरा, मथुरा और बुलंदरशहर के शहरी क्षेत्रों में पिछली सरकार ने 8 हजार से भी कम घर गरीबों के लिए बनवाए थे।

प्रधानमंत्री ने कहा कि यह सीएम योगी से पहले की सरकारों में 10 साल में हुए भुगतान से भी कहीं ज्यादा है। किसान भूले नहीं हैं कि सत्ता में रहकर उन्होंने क्या-क्या किया था। कैसे गन्ना किसानों को भुगतान के नाम पर रुला दिया था। सीएम योगी की सरकार ने पिछले 5 वर्षों में गन्ना किसानों का 1.5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का भुगतान किया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि उप्र की भलाई के लिए इन नकली समाजवादियों और उनके साथियों का सत्ता से दूर रहना आवश्यक है। आज भी वो किसानों से झूठे वादे किए जा रहे हैं, गन्ना किसानों को झूठी बातें बताकर उकसाने का प्रयास कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि उप्र के किसानों को एमएसपी का पैसा मिले, इसके लिए भी टेक्नोलॉजी की ज्यादा से ज्यादा मदद ली जा रही है। ज्यादा खरीद केंद्र खोले जाने की वजह से खरीद में भी हर साल नए रिकॉर्ड बनाएं गए हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इन लोगों का एक खेल गन्ना पर्चियों का भी था। गन्ना माफिया किसानों की उपज औने-पौने दाम पर खरीदकर अपनी जेब भरते थे। आज लाखों गन्ना किसानों को ई-गन्ना ऐप के जरिए पर्ची से संबंधित सभी जानकारी मिल रही है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि पीएम किसान सम्मान निधि भी छोटे किसानों के लिए बड़ी ताकत बन रही है। आगरा, मथुरा और बुलंदशहर के लाखों किसानों को इसका लाभ मिला है। उनके खातों में 1,600 करोड़ से ज्यादा की रकम पहुंची है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि उप्र का युवा भूला नहीं है कि कैसे इसी प्रदेश में पहले की सरकारों में नौकरी के लिए क्या योग्यता तय थी? क्या-क्या खेल होते थे? कहां-कहां से खेल होते थे? आज सब लोगों को पर्याप्त और समान अवसर मिल रहें है। उप्र में भाजपा सरकार ने युवाओं को रिकार्ड सरकारी नियुक्तियां दी। भाजपा सरकार में दलित, शोषित, वंचित, गरीब या महिला कोई भी कारोबारी हो, सभी को हर योजना का लाभ मिला है। इसीलिए उप्र चाहे- असरदार सरकार, फिर एक बार योगी सरकार।

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