नई दिल्ली/दक्षिण भारत। गलवान घाटी में 2020 में हुई झड़प में चीन को भारी नुकसान हुआ था। ऑस्ट्रेलिया के एक अखबार ने खोजबीन के बाद दावा किया है कि चीन के 41 जवान मारे गए थे। यही नहीं, भारतीय सेना के वीरों ने चीन द्वारा अचानक किए इस हमले के जवाब में जिस ताकत के साथ प्रहार किया, उससे इस पड़ोसी मुल्क के 38 जवान तो नदी में बहकर मारे गए थे।
ऑस्ट्रेलियाई अखबार 'द क्लैक्सोन' ने 'गलवान डीकोड' नामक रिपोर्ट में ड्रैगन के उस दावे की हवा निकाल दी, जिसमें उसने कहा था कि पीएलए के सिर्फ 4 जवान मारे गए थे। हालांकि उसके दावे पर शुरू से ही सवाल उठ रहे थे। उस मुठभेड़ में भारत के 20 सैनिक वीरगति को प्राप्त हुए थे।
यह बात किसी के गले नहीं उतर रही थी कि भारतीय जवानों के पलटवार में सिर्फ 4 चीनी फौजी मारे गए हैं। चीन में भी कई लोगों ने अपनी सरकार के झूठे दावों पर सवालिया निशान लगा दिया था।
ऑस्ट्रेलियाई अखबार लिखता है कि झड़प में चीन को भारतीय पक्ष से बहुत ज्यादा नुकसान हुआ। चीन के कई जवान तो नदी की तेज धारा में बह गए और उनकी मौत डूबने से हुई।
‘द क्लैक्सन’ अखबार ने शोधकर्ताओं और चीन के ब्लॉगरों का हवाला भी दिया है। चूंकि चीन अपनी पोल खोलने वाली हर आवाज को दबाने की कोशिश करता है, इसलिए अखबार ने सुरक्षा कारणों से उनकी पहचान छिपाई है।
अखबार ने कहा कि शोधकर्ताओं ने गलवान झड़प के बारे में जो जानकारी दी है, उससे घटना पर पर्याप्त रोशनी पड़ती हुई प्रतीत होती है। झड़प की शुरुआत चीन ने की थी, लेकिन जब भारतीय जवानों ने पलटवार किया तो चीनियों में भगदड़ मच गई थी।
रिपोर्ट के अनुसार, चीन को हुए नुकसान के दावे नए नहीं हैं लेकिन सोशल मीडिया शोधकर्ताओं के एक समूह द्वारा दिए गए साक्ष्यों से, जिन पर द क्लैक्सन की खबर आधारित है, ऐसा प्रतीत होता है कि चीन को हुआ नुकसान बीजिंग द्वारा बताए गए 4 सैनिकों से कहीं ज्यादा था।
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