नई दिल्ली/भाषा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को आम बजट पेश करते हुए कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) डिजिटल अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने और प्रभावी नकदी प्रबंधन के लिए अप्रैल, 2022 से शुरू हो रहे अगले वित्त वर्ष में डिजिटल मुद्रा पेश कर सकता है।
वित्त मंत्री ने कहा कि केंद्रीय बैंक द्वारा डिजिटल मुद्रा शुरू करने से डिजिटल अर्थव्यवस्था को काफी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि इससे नकदी प्रबंधन प्रणाली में भी मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग करके 2022-23 में ‘डिजिटल रुपया’ पेश करने का प्रस्ताव है।
वित्त मंत्री ने कहा कि निवेश को बढ़ावा देने के लिए 2022-23 में राज्यों को एक लाख करोड़ रुपए की वित्तीय सहायता दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि राज्यों को 2022-23 में राज्य सकल घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) के चार प्रतिशत तक राजकोषीय घाटे की ‘अनुमति’ होगी।
प्राइमस पार्टनर्स-डिजिटल करंसी के प्रबंध निदेशक श्रवण शेट्टी ने कहा कि ब्लॉकचेन-आधारित डिजिटल मुद्रा से क्रिप्टोकरेंसी क्षेत्र में ‘सट्टेबाजी’ की गुंजाइश कम होगी। इससे अर्थव्यवस्था को डिजिटल मुद्रा का लाभ एक संरचनात्मक ढांचे में मिल सकेगा।
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