नई दिल्ली/दक्षिण भारत/भाषा। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने केंद्र सरकार द्वारा समाज के विभिन्न तबकों के हितों में चलाई जा रहीं अलग-अलग कल्याणकारी योजनाओं का उल्लेख करते हुए सोमवार को कहा कि नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री के रूप में ही नहीं बल्कि समाज सुधारक के रूप में भी देखने की आवश्यकता है।
यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि विगत आठ वर्ष हिंदुस्तान की राजनीति के बहुत महत्वपूर्ण और दिशा निर्धारण करने वाले वर्ष रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन आठ वर्षों में समाज सुधारक ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले से प्रेरणा लेते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने लगातार ऐसे काम किए हैं, जिससे महिलाओं का सशक्तिकरण हो सके और पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति आदि के लोग आगे बढ़ सकें।
उन्होंने कहा, आज यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि महात्मा ज्योतिबा फुले जिस प्रकार एक समाज सुधारक थे, नरेंद्र मोदी भी वर्तमान की राजनीति में केवल एक राजनेता नहीं, वैश्विक स्तर के एक नेता ही नहीं, अपितु एक समाज सुधारक की तरह दिन भर अथक परिश्रम कर रहे हैं।’
पात्रा ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत पिछले आठ वर्षों में 11 करोड़ शौचालय बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि 70 वर्षों में जहां 60 प्रतिशत शौचालय देश भर में बनाए गए थे वहीं सात-आठ वर्षों में 21 प्रतिशत काम पूरा हो गया है।
उज्ज्वला योजना, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, पोषण अभियान, मुद्रा योजना सहित केंद्र सरकार की अन्य महत्वाकांक्षी योजनाओं का जिक्र करते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि इससे महिलाओं और समाज के अंतिम पायदान पर खड़े लोगों का सशक्तीकरण हुआ है।
उन्होंने कहा, जो स्वप्न महात्मा ज्योतिबा फुले और साबित्रीबाई फुले ने देखा था, उसे साकार करने का काम नरेंद्र मोदी की सरकार कर रही है। इसलिए नरेंद्र मोदी को एक प्रधानमंत्री के रूप में ही नहीं अपितु एक समाज सुधारक के रूप में भी देखने की आवश्यकता है।
आज ज्योतिबा फुले की जयंती है। भाजपा ने फुले की जयंती को व्यापक स्तर पर मनाने के लिए देश भर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया है। पार्टी ने 14 अप्रैल को संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की जयंती को देश भर में मनाने के लिए भी कई कार्यक्रम तय किए हैं।
उल्लेखनीय है कि भाजपा छह अप्रैल को अपने स्थापना दिवस से 20 अप्रैल तक सामाजिक न्याय पखवाड़ा मना रही है। इसके तहत पार्टी के नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं।
वर्ष 1827 को महाराष्ट्र में जन्मे ज्योतिबा फुले ने सामाजिक भेदभाव के खिलाफ लड़ाई लड़ी। समाज के पिछड़े एवं वंचित वर्गों में शिक्षा को बढ़ावा देने और महिला सशक्तीकरण की दिशा में भी उन्होंने कई काम किए। उनकी पत्नी सावित्रीबाई फुले ने भी समाज के वंचित वर्गों के हित में उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया।