राज्यसभा की 16 सीटों के लिए चार राज्यों में मतदान जारी

निर्वाचन आयोग ने चुनाव की निगरानी के लिए विशेष पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है और पूरी प्रक्रिया का वीडियो बनाया जाएगा


दिल्ली/मुंबई/बेंगलूरु/चंडीगढ़/भाषा। राज्यसभा की 16 सीटों के लिए चार राज्यों में शुक्रवार को मतदान जारी है। कई प्रतिद्वंद्वी दलों ने खरीद-फरोख्त के प्रयासों के आरोपों के बीच अपने विधायकों को होटलों और रिजॉर्ट में ठहरा रखा है।

निर्वाचन आयोग ने चुनाव की निगरानी के लिए विशेष पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है और पूरी प्रक्रिया का वीडियो बनाया जाएगा। मतदान सुबह नौ बजे शुरू हुआ और शाम चार बजे तक चलेगा। वोटों की गिनती शाम पांच बजे शुरू की जाएगी।

इस चुनाव में केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, पीयूष गोयल, कांग्रेस उम्मीदवार रणदीप सुरजेवाला, जयराम रमेश, मुकुल वासनिक और शिवसेना के संजय राउत की किस्मत का फैसला होगा। हालांकि, इनके आसानी से जीत दर्ज करने की उम्मीद है।

आयोग ने हाल ही में 57 राज्यसभा सीटों के लिए द्विवार्षिक चुनाव की घोषणा की थी। उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, बिहार, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, पंजाब, तेलंगाना, झारखंड और उत्तराखंड में सभी 41 उम्मीदवारों को पिछले शुक्रवार को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया था।

वहीं, हरियाणा, राजस्थान, महाराष्ट्र और कर्नाटक की 16 सीटों के लिए शुक्रवार को मतदान हो रहा है, क्योंकि उम्मीदवारों की संख्या संबंधित राज्यों में मौजूद सीटों से अधिक है।

महाराष्ट्र में दो दशक से अधिक समय के बाद राज्यसभा चुनाव में मुकाबला देखने को मिल रहा है। राज्य की छह सीटों के लिए सात उम्मीदवार मैदान में हैं।

सूत्रों ने बताया कि महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महा विकास अघाडी (एमवीए) के घटक दल शिवसेना, राकांपा, कांग्रेस ने अपने विधायकों को मतदान प्रक्रिया शुरू होने तक मुंबई के विभिन्न होटल और रिजॉर्ट में ठहराया था।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, अनिल बोंडे, धनंजय महादिक, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) से प्रफुल्ल पटेल, शिवसेना से संजय राउत, संजय पवार और कांग्रे से इमरान प्रतापगढ़ी छह सीटों के लिए मैदान में हैं। मुकाबला छठी सीट पर भाजपा के महादिक और शिवसेना के पवार के बीच है।

महाराष्ट्र विधानसभा में शिवसेना के 55, राकांपा के 53, कांग्रेस के 44, भाजपा के 106, बहुजन विकास अघाडी (बीवीए) के तीन और समाजवादी पार्टी (सपा), एआईएमआईएम व प्रहार जनशक्ति पार्टी के दो-दो, जबकि मनसे, माकपा, पीडब्ल्यूपी, स्वाभिमानी पार्टी, राष्ट्रीय समाज पक्ष, जनसुराज्य शक्ति पार्टी तथा क्रांतिकारी शेतकारी पार्टी के एक-एक विधायक एवं 13 निर्दलीय सदस्य मौजूद हैं।

वहीं, हरियाणा में दो सीटों के लिए मतदान हो रहा है। सत्तारूढ़ भाजपा और उसके सहयोगी दल जननायक जनता पार्टी (जजपा) के विधायक चंडीगढ़ के पास एक रिजॉर्ट में रुके हुए थे। वहीं, हरियाणा के कांग्रेस विधायकों को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के एक रिजॉर्ट में ठहराया गया था।

हरियाणा में भाजपा ने पूर्व मंत्री कृष्ण लाल पंवार को मैदान में उतारा है, जबकि अजय माकन कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा में 40 विधायकों वाली भाजपा के पास एक सीट जीतने के लिए पर्याप्त वोट हैं। वहीं दूसरी सीट के लिए मुकाबला मीडिया उद्योगपति कार्तिकेय शर्मा के मैदान में उतरने के कारण हो रहा है, जो एक निर्दलीय उम्मीदवार हैं। उन्हें भाजपा-जजपा गठबंधन का समर्थन प्राप्त है।

उधर, कर्नाटक में राज्यसभा की चार सीटों के लिए मतदान हो रहा है, लेकिन चौथी सीट के नतीजों को लेकर अब भी संशय की स्थिति बनी हुई है, जिस पर राज्य की तीनों प्रमुख पार्टियां किस्मत आजमा रही हैं, जबकि तीनों के पास ही जीत के लिए जरूरी मत नहीं हैं।

कर्नाटक की चार राज्यसभा सीटों के लिए जो उम्मीदवार मैदान में हैं, उनमें भाजपा की ओर से केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, निवर्तमान विपरिषद सदस्य लहर सिंह सिरोया और अभिनेता जग्गेश शामिल हैं। वहीं, कांग्रेस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश और पार्टी की राज्य इकाई के महासचिव मंसूर अली खान को मैदान में उतारा है। जद (एस) की ओर से कुपेंद्र रेड्डी उच्च सदन पहुंचने की दौड़ में शामिल हैं।

कर्नाटक में विधानसभा के सदस्यों की संख्या के हिसाब से एक उम्मीदवार को जीतने के लिए 45 विधायकों का समर्थन चाहिए। मौजूदा संख्याबल के हिसाब से भाजपा दो सीटों और कांग्रेस एक सीट पर जीत सकती है। भाजपा के पास अपने दम पर दो प्रत्याशियों (सीतारमण और जग्गेश) को जिताने के बाद अतिरिक्त 32 विधायक होंगे।

वहीं, जयराम रमेश को जिताने के लिए आवश्यक मतों के बाद कांग्रेस के पास 25 अतिरिक्त विधायकों का समर्थन है, जबकि जद(एस) के पास 32 विधायक हैं, जो इस चुनाव में अपने प्रत्याशी को जीत दिलाने के लिए पर्याप्त नहीं है।

राजस्थान में भी कांग्रेस विधायकों एवं पार्टी समर्थक निर्दलीय सदस्यों को राज्यसभा चुनाव से पहले खरीद-फरोख्त की आशंका के बीच उदयपुर के एक होटल में ठहराया गया था। कांग्रेस ने राज्यसभा चुनाव में तीन उम्मीदवार मुकुल वासनिक, प्रमोद तिवारी और रणदीप सुरजेवाला को चुनाव मैदान में उतारा है। वहीं, भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के आलोचक रहे पूर्व मंत्री घनश्याम तिवाड़ी को अपना उम्मीदवार बनाया है।

विधानसभा में संख्या बल के आधार पर कांग्रेस दो सीटों और भाजपा एक सीट पर आसानी से जीत दर्ज कर लेगी। हालांकि, दिलचस्प मुकाबला चौथी सीट के लिए है।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) समर्थित मीडिया कारोबारी सुभाष चंद्रा के राज्यसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल करने से मुकाबला दिलचस्प हो गया है।

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