जयपुर/भाषा। राजस्थान में राज्यसभा की चार सीटों के लिए विधानसभा परिसर में शुक्रवार सुबह नौ मतदान शुरू हुआ। इस दौरान पहला वोट मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने डाला। उन्होंने कांग्रेस के तीनों उम्मीदवारों की जीत का भरोसा जताया।
गहलोत के बाद बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए और राज्य सरकार में सैनिक कल्याण मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने मतदान किया।
वोट डालने के लिए होटल से रवाना होते समय गहलोत ने संवाददाताओं से कहा, फिर कहूंगा कि हम तीनों सीट आराम से जीत रहे हैं।
वहीं, राज्यसभा चुनाव प्रक्रिया शुरू होने के बाद कांग्रेस और सरकार को लेकर नाराजगी जताने वाले बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए छह विधायक सबसे पहले मतदान करने वाले विधायकों में रहे। इनमें गुढ़ा भी शामिल हैं, जिन्होंने मुख्यमंत्री गहलोत के बाद मतदान किया।
गुढ़ा ने वोट डालने के बाद संवाददाताओं से कहा, मैं मुख्यमंत्री गहलोत के बाद मतदान करने वाला दूसरा सदस्य था।
बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए छह विधायक मुख्यमंत्री गहलोत के काफिले के साथ विधानसभा भवन पहुंचे और मतदान किया। उल्लेखनीय है कि इन विधायकों ने राज्यसभा चुनाव प्रक्रिया शुरू होने के बाद कांग्रेस और सरकार को लेकर नाराजगी जताई थी। हालांकि, बाद में वे उदयपुर में पार्टी के कैंप में शामिल हो गए।
बसपा के टिकट पर चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस में शामिल हुए विधायकों में राजेंद्र गुढ़ा, लखन मीणा, संदीप यादव, जोगिंदर अवाना, दीपचंद और वाजिब अली शामिल हैं। बसपा के प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा ने इन छह विधायकों को निर्देश दिया कि वे कांग्रेस और भाजपा के उम्मीदवारों को वोट न दें।
हालांकि, विधायकों ने वोट डाला। वोट डालने के बाद वाजिब अली ने कहा, कांग्रेस पार्टी के तीनों उम्मीदवार चुनाव जीतेंगे।
धौलपुर में बिजली विभाग के इंजीनियरों की कथित तौर पर पिटाई करने के आरोप में अपने खिलाफ पुलिस कार्रवाई से नाराज चल रहे बाड़ी विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा ने भी वोट डालने के बाद कहा कि पार्टी के तीनों उम्मीदवार चुनाव जीतेंगे।
राजस्थान में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने तीन सीटों के लिए मुकुल वासनिक, प्रमोद तिवारी और रणदीप सुरजेवाला को मैदान में उतारा है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पूर्व मंत्री घनश्याम तिवाड़ी को अपना आधिकारिक उम्मीदवार बनाया है। भाजपा मीडिया कारोबारी एवं निर्दलीय उम्मीदवार सुभाष चंद्रा का भी समर्थन कर रही है।