सेना, नौसेना और वायुसेना ने अग्निपथ योजना के तहत व्यापक भर्ती कार्यक्रम की घोषणा की

सरकार अग्निपथ योजना को लागू करने की दिशा में आगे बढ़ रही है


नई दिल्ली/भाषा। सेना, नौसेना और वायुसेना ने अग्निपथ योजना के तहत सैनिकों की भर्ती के लिए रविवार को व्यापक कार्यक्रम प्रस्तुत किया और उन्होंने इस बात पर पर जोर दिया कि सशस्त्र बलों के उम्र संबंधी प्रोफाइल को घटाने के लिए इसे लागू किया जा रहा है।

सैन्य मामलों के विभाग के अवर सचिव लेफ्टिनेंट जनरल ए पुरी ने यह कहते हुए इस इस योजना का जोरदार बचाव किया कि सशस्त्र बलों के तीनों अंगों के उम्र संबंधी प्रोफाइल को घटाने का विषय लंबे समय से विचाराधीन था और यहां तक कि करगिल समीक्षा समिति ने भी इस पर टिप्पणी की थी।

लेफ्टिनेंट जनरल पुरी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सरकार अग्निपथ योजना को लागू करने की दिशा में आगे बढ़ रही है। उन्होंने युवाओं से अपना विरोध प्रदर्शन खत्म करने की अपील की।

इस योजना के तहत अग्निवीरों की भर्ती की नौसेना की योजना का विवरण देते हुए वाइस एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने कहा कि नौसेना मुख्यालय 25 जून तक भर्ती के लिए व्यापक दिशानिर्देश जारी करेगा। उन्होंने कहा कि पहला बैच 21 नवंबर तक प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करेगा।

उन्होंने कहा कि नौसेना इस योजना के तहत पुरुषों एवं महिलाओं दोनों की भर्ती कर रही है।

अग्निपथ योजना के तहत लोगों की भर्ती की वायुसेना की योजना के बारे में एयर मार्शल एस के झा ने कहा कि पंजीकरण प्रक्रिया 24 जून को शुरू होगी और भर्ती के पहले चरण के लिए 24 जुलाई को ऑनलाइन परीक्षा प्रारंभ होगी।

एयर मार्शल झा ने कहा, ‘हम रंगरूटों के पहले बैच का 30 दिसंबर तक प्रशिक्षण शुरू करने की योजना बना रहे हैं।’

सेना की भर्ती योजना के बारे में लेफ्टिनेंट जनरल बंसी पोनप्पा ने कहा कि सेना सोमवार को मसौदा अधिसूचना जारी करेगी और बाद की अधिसूचनाएं एक जुलाई से सेना की विभिन्न भर्ती इकाइयां जारी करेंगी।

उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना के तहत भर्ती रैलियां अगस्त, सितंबर और अक्टूबर में पूरे देश में होंगी।

लेफ्टिनेंट जनरल पोनप्पा ने कहा कि 25,000 कर्मियों का पहला बैच दिसंबर के पहले एवं दूसरे सप्ताह में प्रशिक्षण कार्यक्रम से जुड़ेगा तथा दूसरा बैच 23 फरवरी के आसपास अपने प्रशिक्षण में शामिल होगा।

उन्होंने कहा कि करीब 40,000 कर्मियों के चयन के लिए देशभर में कुल 83 भर्ती रैलियां आयोजित की जाएंगी।

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