नई दिल्ली/भाषा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में कोविड-19 रोधी टीकों की 200 करोड़ से अधिक खुराक दिए जाने की उपलब्धि पर पत्र लिख कर सभी टीकाकर्मियों के योगदान की सराहना की और कहा कि उनकी सक्रिय भागीदारी से भारत ने एक बार फिर इतिहास रचा है।
पत्र में प्रधानमंत्री मोदी ने जोर देकर कहा कि आने वाली पीढ़ियों को वैश्विक महामारी के प्रकोप के बाद संकट के समय में अपने संकल्प को पूरा करने में भारत की उपलब्धि पर गर्व होगा। उन्होंने लिखा है, ‘कोविड टीकाकरण की हमारी यात्रा 16 जनवरी 2021 को शुरू हुई और 17 जुलाई 2022 को हम मील के एक और महत्वपूर्ण पत्थर पर पहुंचे। यह देश के लिए एक यादगार दिन बना क्योंकि इस दिन हमने टीके की 200 करोड़ खुराक लगाने के लक्ष्य को हासिल कर लिया। यह कोविड-19 के खिलाफ हमारी लड़ाई में एक उत्कृष्ट उपलब्धि है।’
उन्होंने लिखा कि टीका लगाने वाले, स्वास्थ्य कर्मियों तथा अन्य कर्मचारियों और अग्रिम मोर्चे पर तैनात कर्मियों ने देश की रक्षा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
उन्होंने लिखा ‘‘सर्द पहाड़ों से लेकर गर्म रेगिस्तान तक, दूर-दराज के गांवों से लकर घने जंगलों तक हमारे कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम में हर कोई शामिल हुआ जिससे यह साबित हुआ कि ‘न्यू इंडिया’ आज अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक पहुंचता है।’’
प्रधानमंत्री ने टीकाकर्मियों की सराहना करते हुए पत्र में कहा, ‘भारत ने दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण कार्यक्रम को जिस गति से आगे बढ़ाया है, वह उत्कृष्ट है और यह आप जैसे लोगों के प्रयासों के कारण ही संभव हो पाया है। यह कर्तव्य के प्रति समर्पण और संकट के समय प्रयास की पराकाष्ठा का एक प्रशंसनीय उदाहरण है।’
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश की 98 फीसदी वयस्क आबादी को कोविड-19 रोधी टीके की कम से कम एक खुराक लग चुकी है जबकि 90 फीसदी आबादी का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है। इसके अलावा 15 साल से 18 साल की उम्र के 82 फीसदी किशोरों को, तीन जनवरी से उनके लिए टीकाकरण शुरू होने के बाद से टीके की पहली खुराक जबकि 68 फीसदी को दोनों खुराक मिल चुकी है। 12 साल से 14 साल के आयु वर्ग में 81 फीसदी बच्चों को पहली खुराक लग चुकी है जबकि 56 फीसदी का पूर्ण टीकाकरण हो गया है।