पटना/भाषा। जनता दल (यूनाइटेड) के नेता नीतीश कुमार ने मंगलवार को राज्यपाल फागू चौहान से मुलाकात की और बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।
कुमार ने कहा कि राजग से संबंध समाप्त करने का निर्णय उनकी पार्टी जद (यू) ने लिया है।
माना जा रहा है कि कुमार विपक्ष के सहयोग से नई सरकार बनाएंगे। चौहान से मुलाकात के बाद कुमार पूर्व मुख्यमंत्री राबडी देवी के आवास गए, जहां वह राजद नेता तेजस्वी यादव से मुलाकात करेंगे।
जदयू, वाम दलों ने की प्रशंसा
जनता दल (यूनाइटेड) ने मंगलवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को नए गठबंधन का नेतृत्व संभालने पर बधाई दी और वाम दलों ने भाजपा रहित गठबंधन में उनके प्रति अपना समर्थन दोहराया।
जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कुमार के राज्यपाल फागू चौहान से मिलने से पहले इस संबंध एक ट्वीट किया।
उन्होंने जदयू को महागठबंधन के समर्थन का उल्लेख करते हुए कहा, ‘नए स्वरूप में नए गठबंधन के नेतृत्व की जवाबदेही के लिए श्री नीतीश कुमार जी को बधाई। नीतीशजी आगे बढ़िए। देश आपका इंतजार कर कर रहा है।’
इस बीच, महागठबंधन की एक प्रमुख सहयोगी भाकपा (माले) ने भी भाजपा से नाता तोड़ने के लिए कुमार की प्रशंसा की।
वामपंथी पार्टी के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने फोन पर कहा, नीतीश कुमार भाजपा से नाता तोड़ने के लिए प्रशंसा के पात्र हैं। जब वह नयी सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे तो हम मुख्यमंत्री के रूप में उनका समर्थन करेंगे।
कम्युनिस्ट नेता ने सोमवार को भी वादा किया था कि अगर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से जदयू अलग होता है तो उसकी “मदद” की जाएगी।
बिहार विधानसभा में भट्टाचार्य की पार्टी के 12 विधायक हैं। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के प्रदेश सचिव अवधेश कुमार ने भी कुमार की प्रशंसा करते हुए अपने फेसबुक पेज पर एक संदेश लिखा। विधानसभा में माकपा के दो विधायक हैं।