भोपाल/दक्षिण भारत/भाषा। मध्य प्रदेश के सागर और भोपाल शहर में पिछले पांच दिनों में चार चौकीदारों की हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार कथित सीरियल किलर शिवप्रसाद धुर्वे (18) के बारे में नई जानकारी सामने आई है। बताया गया है कि वह बचपन से ही गुस्सैल स्वभाव का है और अकेला रहना पसंद करता है।
केकरा गांव के उपसरपंच एवं उसके परिचित बसंत मेहर ने बताया कि शिवप्रसाद मध्य प्रदेश के सागर जिले के केसली पुलिस थानांतर्गत केकरा गांव का निवासी है। वह शिवा और हल्का के नाम से भी जाना जाता है। उसने आठवीं कक्षा तक पढ़ाई की है। आदिवासी परिवार से ताल्लुक रखने वाला यह युवक गोंड जनजाति से है।
कुछ ग्रामीणों ने यह भी बताया कि शिवप्रसाद बचपन से ही गुस्सैल रहा है। उसकी दोनों बहनों की शादी हो चुकी है। उसका बड़ा भाई पुणे में मजदूर है।
परिवार में सबसे छोटे शिवप्रसाद को अकेला रहना पसंद है। उसके पिता के पस डेढ़ एकड़ जमीन है, जिस पर खेती करके वे परिवार का गुजारा चलाते हैं।
यह भी बताया गया कि स्कूली दिनों में शिवप्रसाद मामूली बात पर भी बच्चों से झगड़ा करता और उन्हें पीट देता था। इस वजह से गांव में उसका कोई दोस्त भी नहीं है।
वह पांच साल पहले यानी 12 साल की उम्र में घर से भागकर पुणे चला गया और एक होटल में काम करने लगा था। वह बीच-बीच में गांव भी आ जाता था।
यह भी बताया गया कि एक बार पुणे में उसका अपने नियोक्ता से झगड़ा हो गया। उसने उन्हें इतना पीटा के अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। कानूनी कार्रवाई के तहत शिवप्रसाद को बाल सुधार गृह भेजा गया, लेकिन बाद में उसके पिता ने जमानत करवा दी थी।
अब वह काम करने गोवा चला गया। वहां उसने थोड़ी अंग्रेजी भी सीखी। पिछली बार वह 11 अगस्त को रक्षाबंधन पर अपने गांव आया था और उसके बाद पिछले पांच दिनों में उसने चार चौकीदारों की कथित तौर पर हत्या कर दी।
सागर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक अनुराग ने बताया कि शुक्रवार तड़के भोपाल से गिरफ्तार किए गए शिवप्रसाद (18) ने सागर शहर में तीन चौकीदारों और भोपाल में एक चौकीदार की हत्या की। घटना के वक्त ये चारों चौकीदार ड्यूटी पर थे और सो रहे थे।
उन्होंने कहा कि अब तक की पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी द्वारा हत्या करने का उद्देश्य नकारात्मक ख्याति प्राप्त करना एवं पैसा हासिल करना था।
अनुराग ने उसके वारदात को अंजाम देने तरीके के बारे में बताया कि वह रात्रि के समय सोते हुये अकेले व्यक्ति को निशाना बनाता था और उनकी हत्या कर उनसे मोबाइल व पैसे लूट लेता था।
उन्होंने कहा कि शिवप्रसाद सोशल मीडिया पर वीडियो क्लिप देखता था और एक सामान्य अपराधी की तरह दिखता है और वह मनोरोगी प्रतीत नहीं होता है।